बिनौली। बसंत पंचमी के अवसर पर मंगलवार को तेड़ा के आर्य विद्यालय इंटर कॉलेज व गुरुकुल इंटर नेशनल स्कूल जिवाना में मां सरस्वती का वंदन किया गया। इस अवसर पर महाराजा सुहेलदेव का जन्मदिन बनाकर उनके चित्र पर पुष्पांजलि भी अर्पित की।
प्रधानाचार्य धर्मपाल सिंह ने बताया की सुहेलदेव ऐसे वीर हुए है जिन्होंने लगभग 1000 वर्ष पूर्व विदेशी आक्रांता सैयद सालार मसूद गाजी से भारत भूमि (बहराइच) की रक्षा की थी। सन 1030 में महाराजा सुहेलदेव की सेना ने सालार मसूद की सेना को न केवल हराया बल्कि उसका संहार भी किया। महाराजा सुहेलदेव की जन्मभूमि बहराइच को हम सब प्रणाम करते हैं जिस भूमि ने हमें एक ऐसा नायक दिया था जिसने आतंक का पर्याय महमूद गजनवी के भतीजे सैयद सालार मसूद को अपने पराक्रम से हराया था। महाराजा सुहेलदेव का मंदिर लगभग 500 बीघा भूमि में बहराइच में स्थित है। शिक्षक, शिक्षिकाओं व छात्र छात्राओं ने देश के प्रधानमंत्री व प्रदेश के मुख्यमंत्री के उदबोधन को दूरदर्शन पर ध्यानपूर्वक सुना। इस अवसर पर विनोद कुमार आर्य, लेखराज, अरविंद कुमार, सोनू, धर्मेंद्र राकेश अरुण उपस्थित रहे।
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