उ0प्र0 में प्रत्येक वर्ग को मिल रहा सरकारी योजनाओ का लाभ, सरकार सुरक्षा व सम्मान का भाव देने के लिए प्रतिबद्ध- मुख्यमंत्री
मेरठ – ग्यारवी शताब्दी के प्रतापी शासक एवं पराक्रमी योद्धा महाराजा सुहेलदेव जयंती समारोह के अवसर पर जनपद के राजकीय स्वतंत्रता संग्राम संग्रहालय शहीद स्मारक में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने महाराजा सुहेलदेव स्मारक एवं चित्तौरा झील का शिलान्यास एवं महाराजा सुहेलदेव स्वषासी चिकित्सा महाविद्यालय का लोकार्पण बटन दबाकर किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि गांव, गरीब, किसान व हर नागरिक का जीवन बेहतर हो व वह समर्थ बनें तथा हमारा संकल्प देश को आत्मनिर्भर बनाने का है। कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के उद्बोधन का सजीव प्रसारण किया गया।
वहीं मेरठ के शहीद स्मारक में आयोजित कार्यक्रम के दौरान सांसद राजेन्द्र अग्रवाल, विधायक सत्य प्रकाश अग्रवाल, आयुक्त अनीता सी0 मेश्राम, जिलाधिकारी के0 बालाजी ने शहीद स्तम्भ व शहीद भगत सिंह की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उनको नमन किया तथा मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्ज्वलन किया। इस अवसर पर गुरू नानक गल्र्स इंटर कालेज कंकरखेडा की छात्राओ द्वारा सरस्वती वंदना व देषभक्ति के गीत पर मनमोहक प्रस्तुति दी गयी। इस अवसर पर स्वतंत्रता संग्राम सैनानियो, स्वतंत्रता संग्राम सैनानियो की वीर नारियां व उनके परिजनो को सांसद, विधायक व अधिकारियों ने सम्मानित भी किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अपने पराक्रम से मातृभूमि का मान बढ़ाने वाले राष्ट्रनायक महाराजा सुहेलदेव जी की जन्मभूमि और ऋषि मुनियो ने जहां तप किया बहराइच की ऐसी पावन धरा को मैं आदरपूर्वक नमन करता हूॅ। उन्होने बसंत पंचमी के पावन अवसर पर प्रदेष व देशवासियो को बधाई दी। उन्होने कहा कि भारतीयता, हमारी संस्कृति व संस्कारो की रक्षा करने वाले महाप्रतापी महाराजा सुहेलदेव जी का जन्मोत्सव हमारी खुषियो को और बढ़ा रहा है। उन्होने कहा कि करीब दो वर्ष पूर्व उन्होने गाजीपुर में महाराजा सुहेलदेव जी की स्मृति में डाक टिकट जारी किया था।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज उन्हें महाराज सुहेलदेव जी की स्मृति में आधुनिक व भव्य स्मारक तथा ऐतिहासिक चित्तौरा झील विकास योजना के षिलान्यास व उनकी स्मृति में बनाये गये महाराजा सुहेलदेव स्वषासी राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय के लोकार्पण का शुभ अवसर मिला। उन्होने कहा कि महाराजा सुहेलदेव जी का जन्मोत्सव आधुनिक भारत में नयी उमंग व तरंग लेकर आया है। उन्होने कहा कि यह जन्मोत्सव आने वाली पीढ़ी को प्रोत्साहित करेगा। उन्होने कहा कि मेडिकल कालेज से श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर सहित समीपवर्ती जनपदो व नेपाल से आने वाले मरीजो को भी मदद करेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत का इतिहास सिर्फ वो नहीं है जो देष को गुलाम बनाने वालो ने गुलामी की मानसिकता के साथ लिखा है। उन्होने कहा कि भारत का इतिहास वो भी है जो भारत के सामान्यजन भारत के लोकनाटयो में एक पीढी से दूसरी पीढी आगे बढाते रहे। उन्होने कहा कि आज जब भारत अपनी आजादी के 75वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है ऐसे अवसर पर महान सपूतो की वीरता व पराक्रम को नमन करना व उनसे पे्ररणा लेना भी आवष्यक है। उन्होने कहा कि यह दुर्भाग्य है कि भारत और भारतीयता की रक्षा के लिए जिन्होने अपना जीवन समर्पित कर दिया ऐसे अनेक नायक व नायिकाओ को वो स्थान नहीं दिया गया जिसके वो हकदार थे। उन्होने कहा कि आज का भारत उसे सुधार रहा है व सही कर रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि नेताजी सुभाष चन्द्र बोस जी के योगदान को व आजाद हिन्द फौज के योगदान को भी वह महत्व नहीं दिया गया जितना मिलना चाहिए था। आज लाल किले से लेकर अण्डमान निकोबार तक उनकी इस पहचान को हमने देश व दुनिया के सामने सषक्त किया। उन्होने कहा कि देश की आजादी के बाद देष की 500 से अधिक रियासतो को एक करने वाले महान पुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल जी की स्मृति में स्टैच्यू आफ यूनिटी सबसे बडी प्रतिमा बनायी गयी, जो हमें प्रेरणा देती है। उन्होने कहा कि संविधान निर्माता बाबा साहब अंबेडकर से जुडे स्थानो को भी पंचतीर्थ के रूप में विकसित किया जा रहा है। उन्होने कहा कि भारत के ऐसे अनेको सैनानी है जिनको वह मान नहीं मिला जिसके वह हकदार थे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि महाराजा सुहेलदेव जी की स्मृति में उनकी 40 फीट की कांस्य प्रतिमा स्थापित की जा रही है। उन्होने कहा कि स्मारक में महाराजा सुहेलदेव से जुडी ऐतिहासिक जानकारियां, स्मारक के आसपास की सडको का चैडीकरण किया जायेगा, बच्चो के लिए पार्क बनेगा, सभागार भवन बनेगा तथा षिल्पकारो को अपने उत्पाद की बिक्री के लिए यहां दुकानो का निर्माण भी कराया जायेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि उ0प्र0 में विभिन्न सर्किटो के माध्यम से पर्यटन स्थलो का विकास किया जा रहा है। उन्होने कहा कि जिस राज्य में अन्य राज्यो से सबसे ज्यादा पर्यटक आते है वह उ0प्र0 है। उन्होने कहा कि विदेशी पर्यटको को आकर्षित करने में भी उ0प्र0 देश के प्रथम तीन स्थान में है। उ0प्र0 में पर्यटको को जरूरी सुविधा के साथ-साथ आधुनिक कनेक्टिविटी के साधन भी बढ़ रहे है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि उ0प्र0 में विभिन्न एक्सप्रेस-वे का बडे पैमाने पर निर्माण चल रहा है जिससे यहां के आमजन को सुविधा होगी। उन्होने कहा कि यह एक तरह से आधुनिक उ0प्र0 के आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर की शुरूआत है। उन्होने कहा कि उ0प्र0 दो बडे फ्रेट कारिडोर का जंक्षन है। उन्होने कहा कि आज उ0प्र0 में जिस तरह से कार्य चल रहा है उससे देष व दुनिया के निवेशक उ0प्र0 में उद्योग लगाने के लिए आकर्षित हो रहे है। उन्होने कहा कि यहां उद्योग स्थापना के लिए बेहतर अवसर तो मिल ही रहे है साथ ही यहां के युवाओ को रोजगार मिले इसके भी अवसर मिल रहे है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना काल में उ0प्र0 में अभूतपूर्व कार्य हुआ। उन्होने कहा कि उ0प्र0 में पूर्व में 14 मेडिकल कालेज थे जो आज बढ़कर 24 हो गये है। इसके अलावा 22 नये मेडिकल कालेज और बनाये जा रहे है। उन्होेने कहा कि उ0प्र0 जल जीवन मिषन के अंतर्गत भी हर घर जल पहुंचाने में भी प्रषंसनीय कार्य कर रहा है। उन्होने कहा कि जब शुद्ध जल घर-घर पहुंचेगा तो इससे अनेको बीमारियां खत्म हो जायेगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि उ0प्र0 में बेहतर होती बिजली, पानी, सड़क और स्वास्थ्य की सुविधाओ का सीधा लाभ गांव, गरीब और किसान को हो रहा है। उ0प्र0 में पीएम किसान सम्मान निधि के अंतर्गत करीब 2.5 करोड किसानो के बैंक खातो में रू0 27 हजार करोड़ से अधिक की धनराषि सीधे भेजी है। उन्होने कहा कि किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) के माध्यम से छोटे किसानो को बहुत फायदा होगा। उन्होने कहा कि सरकार की यह हर संभव कोशिश है कि गांव और किसान का जीवन बेहतर हो।
प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वामित्व योजना से भी उ0प्र0 के किसानो को फायदा पहुच रहा है। उ0प्र0 के जिलो में ड्रोन के माध्यम से सर्वे चल रहा है तथा 12 हजार ग्रामों में ड्रोन सर्वे का कार्य पूर्ण हो चुका है तथा अभी तक 02 लाख से अधिक परिवारो को घरौनी मिल चुकी है। उन्होने कहा कि हमारा लक्ष्य गांव, गरीब, किसान व हर नागरिक को समर्थ बनाने का है तथा हमारा संकल्प देष को आत्मनिर्भर बनाने का है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज से लगभग 01 हजार वर्ष पूर्व विदेशी आक्रांताओ से इस देष की धरती को पूरी तरह से सुरक्षित करने वाले राष्ट्रनायक महाराजा सुहेलदेव जी की जयंती का कार्यक्रम है। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री आज से 04 वर्ष पूर्व एक मेडिकल कालेज बहराइच के लिए दिया गया था जिसका आज लोकार्पण भी प्रधानमंत्री जी द्वारा किया जा रहा है। उन्होने कहा कि 01 हजार वर्ष के बाद महाराजा सुहेलदेव जी की स्मृति में वर्तमान सरकार के कार्यकाल में यह कार्यक्रम किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने वर्ष 2018 में महाराजा सुहेलदेव जी की स्मृति में डाक टिकट जारी किया था। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री आज चित्तौरा की ऐतिहासिक भूमि पर महाराजा सुहेलदेव जी की स्मृति में स्मारक व चित्तौरा झील की विकास योजना का षिलान्यास व मेडिकल कालेज का लोकार्पण भी करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने सबका साथ सबका विकास व सबका विष्वास की जो बात कही उस पर उ0प्र0 सरकार पूरी प्रतिबद्धता से कार्य करते हुये न केवल सरकार की कल्याणकारी योजनाओ का लाभ समाज के प्रत्येक वर्ग को देने के लिए प्रतिबद्ध है। सुरक्षा व सम्मान का भाव समाज के प्रत्येक वर्ग तक पहुचाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। बल्कि राष्ट्र के उन महानायको के प्रति भी पूरी श्रद्धा व सम्मान का भाव रखते हुये जहां कही भी उनके स्थान, स्मारक व उनसे जुडी हुयी स्मृतिका होगी उनकी पुर्नस्थापना के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य करेंगे।
सांसद राजेन्द्र अग्रवाल ने कहा कि सरकार देश के गौरव प्रतीको को देश के सामने लाने का कार्य कर रही है ताकि उनकी वीरगाथा व पराक्रम से आमजन न केवल अवगत हो बल्कि अपने आपको गौरवान्वित महसूस करें व उनसे प्रेरणा लें। उन्होने कहा कि विपरित परिस्थितियो में ऐसे महान वीरो ने देष की संस्कृति व सभ्यता को बचाया व देश पर आक्रमण करने वाले आक्रांताओ को हराया। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री जनधन योजना से आमजन व किसानो को फायदा पहुचा। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के माध्यम से देष के किसानो के बैंक खातो में प्रत्येक वर्ष रू0 76 हजार करोड सीधे पहुचाये जा रहे है। अब तक रू0 01 लाख 14 हजार करोड लगभग 11 करोड किसानो के खातो में पहुंचाये जा चुके है।
आयुक्त अनीता सी0 मेश्राम ने बताया कि भारत वर्ष के इतिहास में मध्यकाल की 11वीं शताब्दी में उत्तर प्रदेश के बहराइच में महाराजा सुहेलदेव एक प्रतापी राजा हुए थे। जिन्होंने विदेशी आक्रांताओं से भारतीय संस्कृति एवं विरासत की रक्षा की थी महाराजा सुहेलदेव जी का शौर्य एवं पराक्रम वर्तमान पीढ़ी के लिए एक गौरवशाली उदाहरण है विदेशी आक्रांताओं से मुकाबला करने के लिए 21 राज्यों का संगठन बनाकर कुशल रणनीतिकार के रूप में विशिष्ट युद्ध कला के माध्यम से उन्होंने विजय प्राप्त की थी।
जिलाधिकारी के बालाजी ने कहा कि विश्व के इतिहास में एक महत्वपूर्ण संगठनकर्ता के रूप में महाराजा सुहेलदेव का यह कार्य सभी के लिए प्रेरणा स्रोत है। उन्होंने कहा कि महाराजा सुहेलदेव ने देश की राजनीतिक व सांस्कृतिक सुरक्षा के साथ-साथ जल संरक्षण, गौ संरक्षण एवं जनकल्याण के अनेक कार्य कराए जिससे आमजन को अत्यंत लाभ हुआ।
इस अवसर पर अपर पुलिस महानिदेशक राजीव सब्बरवाल, आयुक्त अनीता सी0 मेश्राम, जिलाधिकारी के0 बालाजी, अपर जिलाधिकारी वित्त सुभाष चन्द्र प्रजापति, नगर मजिस्ट्रेट एस0के0 सिंह सहित अन्य अधिकारी, स्वतंत्रता संग्राम सैनानियो के परिवारजन, आमजन आदि उपस्थित रहे।