मेरठ। जिला बुलंदशहर में जहरीले जाम को मेरठ तक देखा गया। जहां जहरीली शराब के चलते छह लोगों की मौत हो गई। वहीं इस पूरे प्रकरण में संयुक्त आबकारी आयुक्त और उप आबकारी आयुक्त को शासन ने तत्काल प्रभाव से हटा दिया। इन दोनों अधिकारियों को आबकारी कार्यालय लखनऊ सबद्ध कर दिया गया है। वहीं जिला बुलंदशहर के कई आबकारी अधिकारियों और कास्टेबलों पर इसकी गाज गिर चुकी है। आज एक और बुजुर्ग की जहरीली शराब के चलते मेरठ के मेडिकल कालेज में इलाज के दौरान मौत हो गई।
बुलंदशहर जिले के सिकंदराबाद कोतवाली क्षेत्र के गांव जीतगढ़ी में जहरीली शराब पीने से एक और ग्रामीण ने मेरठ में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। अब मृतकों की संख्या छह हो गई है। इससे पहले शुक्रवार तक पांच लोगों की मौत हो गई थी, जबकि अभी 15 लोग गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हैं। इनमें से कई लोगों की हालत ज्यादा नाजुक है। पुलिस के अनुसार, सिकंदराबाद के जीतगढ़ी गांव में कुलदीप नामक व्यक्ति अवैध रूप से देसी शराब बेचता है। बृहस्पतिवार को यहां से खरीदी शराब पीने से गांव निवासी 5 लोगों की मौत हो गई थी। आज शनिवार को मेरठ मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान भगवत सिंह ने भी दम तोड़ दिया। भगवत सिंह को हालत बिगड़ने पर शुक्रवार रात बुलंदशहर से मेरठ बेहतर इलाज के लिए भेजे गए थे, लेकिन उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई।
वहीं, इससे पहले एसएसपी ने लापरवाही सामने आने पर कोतवाली प्रभारी सिकंदराबाद दीक्षित कुमार त्यागी, कायस्थवाड़ा चौकी प्रभारी अनोखे पुरी समेत दो बीट सिपाहियों विपिन कुमार और वीरपाल को निलंबित कर दिया है।
आबकारी विभाग के सिकंदराबाद सर्किल इंस्पेक्टर प्रभात वर्धन, प्रधान आबकारी सिपाही रामबाबू, सिपाही श्रीकांत सोम, सलीम अहमद को भी निलंबित कर दिया गया है। संयुक्त आबकारी आयुक्त राजेश मणि त्रिपाठी, उप आबकारी आयुक्त सुरेश चंदा पटेल और जिला आबकारी अधिकारी संजय कुमार त्रिपाठी को शासन ने आबकारी आयुक्तालय से संबद्ध कर दिया है। पुलिस ने अवैध शराब बेचने वाले तस्कर कुलदीप को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है। उससे पूछताछ की जा रही है।