औद्योेगिक संस्थानों में माॅस्क का उपयोग सुनिष्चित कराये, सोशल डिस्टेनसिंग का रखे ध्यान-जिलाधिकारी
मेरठ -औद्योगिक क्षेत्रों के प्रतिनिधियों के साथ बचत भवन में आहूत बैठक की अध्यक्षता करते हुये जिलाधिकारी के0 बालाजी ने कहा कि कोई भी व्यक्ति अपनी बीमारी और लक्षणों को न छुपाये। उन्होने कहा कि उसे घबराने की आवष्यकता नहीं है आज बेहतर से बेहतर उपचार उपलब्ध है व हजारों कोरोना मरीज ठीक होकर अपने घर भी चले गये है। उन्होने औद्योगिक क्षेत्रों में कोरोना जांच कैम्प लगाने के लिए कहा तथा बताया कि आगामी 17 नवम्बर से 27 नवम्बर 2020 तक कोरोना के संदिग्ध मरीजो की पहचान के लिए ग्रामीण व शहरी दोनो क्षेत्रों में घर-घर सर्वे अभियान चलाया जायेगा।
जिलाधिकारी के0 बालाजी ने उद्योग विभाग के अधिकारी से कहा कि वह औद्योगिक क्षेत्रों में कोरोना के संदिग्ध मरीजो की पहचान के लिए प्रत्येक औद्योगिक क्षेत्र में एक या दो उद्यमी को नोडल बनाते हुये उनसे प्रत्येक दिन अगर कोई वर्कर/कर्मचारी बीमार है या उसमें कोरोना के लक्षण है आदि के संबंध में जानकारी लें। उन्होने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देषित किया कि वह औद्योगिक क्षेत्रों में कोरोना जांच कैम्प लगाये तथा इसके लिए उद्योग विभाग व उद्यमियों से समन्वय स्थापित करे।
जिलाधिकारी ने औद्योगिक क्षेत्रों के प्रतिनिधियों से कहा कि वह सभी औद्योेगिक संस्थानों में माॅस्क का उपयोग प्रत्येक दशा में हो, यह सुनिष्चित करें व सोशल डिस्टेनसिंग का भी ध्यान रखे। उन्होने बताया कि कोरोना के संदिग्ध मरीजो की पहचान के लिए ग्रामीण व शहरी दोनो क्षेत्रों में आगामी 17 नवम्बर से 27 नवम्बर 2020 तक घर-घर सर्वे अभियान चलाया जायेगा।
मण्डलीय सर्विलांस अधिकारी डा0 अशोक तालियान ने बताया कि अगर किसी फैक्ट्री या कार्यस्थल पर कोई कोरोना मरीज मिलता है तो उसे सैनेटाईज किया जाता है व 24 घंटे के लिए बंद किया जाता है। उन्होने कहा कि मरीज के कान्टेक्ट में आये लोगो की भी जांच करायी जाती है।
इस अवसर पर सीएमओ डा0 राजकुमार, उपायुक्त उद्योग वी0के0 कौषल, वेस्टर्न यूपी चैम्बर आफ कामर्स के राकेश रस्तौगी, रामकुमार गुप्ता, आईआईए के उपाध्यक्ष तनुज गुप्ता, विष्वकर्मा औद्योगिक क्षेत्र के कमल ठाकुर, संदीप कुमार गुप्ता सहित अन्य अधिकारी व प्रतिनिधि उपस्थित रहे।