चीनी को मोटापा, डायबिटीज और दिल के मरीजों के लिए काफी खतरनाक माना जाता है। लेकिन फिर भी कई लोग ऐसे हैं जो रोजाना सफेद और रिफाइंड चीनी का सेवन करते हैं। सफेद और रिफाइंड चीनी सेहत के लिए काफी खतरनाक मानी जाती है। आमतौर पर स्वास्थ्य और आहार विशेषज्ञ क्रेविंग होने पर फल खाने की सलाह देते हैं।
फलों में प्राकृतिक शर्करा पायी जाती है
आपको बता दें कि फलों में भी शुगर की मात्रा पाई जाती है लेकिन इनमें पाई जाने वाली नेचुरल शुगर को फंक्टोज कहा जाता है. सफेद और रिफाइंड चीनी की तुलना में फलों में पाई जाने वाली चीनी काफी सेहतमंद मानी जाती है।
किसी भी चीज की अति न करें हालांकि जिस तरह अनहेल्दी चीजों का ज्यादा सेवन हानिकारक साबित होता है उसी तरह हेल्दी चीजों का ज्यादा सेवन भी आपको नुकसान पहुंचा सकता है। आज हम आपको बहुत अधिक फल कावा खाने से होने वाले कुछ नुकसानों के बारे में बताने जा रहे हैं। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
ज्यादा फल खाने के नुकसान
कुछ फलों में शुगर की मात्रा कम होती है तो कुछ में कैलोरी की मात्रा बहुत अधिक होती है जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकती है। डायबिटीज वाले लोगों के मामले में ज्यादा फल खाने से ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है।
अगर हम स्वस्थ लोगों की बात करें तो बहुत अधिक फलों का सेवन करने से वजन बढ़ सकता है और मोटापा हो सकता है।
एक ओर, सेब और जामुन ऐसे फल हैं जो फाइबर और विटामिन सी से भरपूर होते हैं और आपको प्राकृतिक रूप से हाइड्रेटेड रखते हैं। लेकिन दूसरी तरफ इसका अधिक मात्रा में सेवन आपके लिए खतरनाक भी हो सकता है। इसका अधिक मात्रा में सेवन करने से आपके शरीर में पोषक तत्वों की कमी और कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं।
अधिक मात्रा में फलों का सेवन करने से ये समस्याएं हो सकती हैं
उच्च रक्त शर्करा स्तर
भार बढ़ना
मोटा
टाइप-2 मधुमेह का खतरा
पोषक तत्व की कमी
अनुचित पाचन
गैस और सूजन
चिड़चिड़ा आंत्र सिंड्रोम या आंत्र रोग
एक दिन में कितना फल खाना सुरक्षित माना जाता है? पोषण और आहार विशेषज्ञों के अनुसार आदर्श रूप से एक दिन में केवल चार या पांच बार फलों का सेवन करना चाहिए। फलों के साथ-साथ भरपूर मात्रा में सब्जियां, साबुत अनाज, फलियां, पौधों पर आधारित प्रोटीन और मीट का सेवन करना चाहिए।