मेरठ-कंकर खेडा सरधना रोड स्थित न्यू ड्रीम सिटी कॉलोनी में ध्वस्तीकरण की कार्रवाई करने पहुंची मेरठ विकास प्राधिकरण की टीम को वापस लौटना पड़ा। भाजपाइयों का दो टूक कहना था कि पानी निकासी के लिए यहां के लोगों को परेशानी हो रही है।
जिसके लिए एक प्लांट का निर्माण किया जा रहा है। जिससे यहां के लोगों को समस्याएं ना हो। इस दौरान एमडीए की टीम से भाजपाइयों की नोकझोंक भी हुई। इसके बाद टीम बिना कार्रवाई करें वापस लौट गई।
मेरठ विकास प्राधिकरण के जोनल अधिकारी एके सिंह, तहसीलदार विपिन कुमार टीम के साथ शुक्रवार को कंकरखेड़ा थाने पर पहुंचे।
यहां से पुलिस बल और पीएसी की दो गाड़ियों के साथ टीम सरधना रोड स्थित न्यू ड्रीम सिटी कॉलोनी में पहुंची। वहां पर मेरठ व्यापार संघ के उपाध्यक्ष नीरज मित्तल पार्षद राजेश खन्ना, भानु प्रकाश मित्तल सहित अन्य भाजपाई पहले ही खड़े मिले।
अधिकारियों के पहुंचते ही व्यापारियों और भाजपा नेताओं ने उन्हें घेर लिया। जब मेरठ विकास प्राधिकरण की टीम ने ध्वस्तीकरण की बात कही। इस पर व्यापारी नेता बिगड़ गये।
उन्होंने दो टूक कहा कि 8 साल से मेरठ विकास प्राधिकरण की टीम से कॉलोनी के बाहर सड़क के किनारे पानी निकासी के लिए नाले निर्माण की मांग की जा रही है। लेकिन विभाग नाले का निर्माण नहीं कर रहे।
अब यहां के लोगों को पानी निकासी का साधन न होने के कारण समस्या का सामना करना पड़ रहा था। इनके लिए लगभग 8 करोड रुपए की कीमत से एक प्लांट का निर्माण किया जा रहा है।
यहां के लोगों की समस्या की अनदेखी किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी और टीम द्वारा ध्वस्तीकरण की कार्रवाई भी नहीं करने दी जाएगी। काफी देर तक दोनों पक्षों में नोकझोंक और गहमागहमी होती रही। आखिरकार मेरठ विकास प्राधिकरण की टीम को वापस लौटना पड़ा।