महाशिवरात्रि के पर्व पर धार्मिक नगरी उज्जैन में बाबा महााकाल के दर्शन मात्र से ही कष्टों का हरण हो जाता है। मंदिर प्रबंधन ने इस बार महाशिवरात्रि को लेकर विशेष तैयारी की है। महाकाल की भष्मारती के बाद श्रद्धालुओं के लिए पट सुबह 6 बजे खोल दिया गया है और आज महाकाल मंदिर का पट 28 घंटे तक खुले रहेंगे।
श्रद्धालुओं की भीड़ रात भर से मंदिर के बाहर जमा हो गई थी, तड़के 2.30 बजे भगवान महाकालेश्वर मंदिर के पट खुले और भस्मार्ती सुबह 4.30 बजे संपन्न हुई। महाकालेश्वर का सतत जलधारा से अभिषेक चल रहा है।
दोपहर 12 बजे गर्भगृह में उज्जैन तहसील की ओर से पूजा होगी, जिसके बाद शाम 4 बजे होलकर एवं सिंधिया स्टेट की ओर से पूजन होगा। संध्या आरती शाम 5.30 बजे होगी। कोटेश्वर भगवान का पूजन रात्रि 8 बजे से 10 बजे पूजन होगा। सांयकाल में केसर व हल्दी से भगवान महाकालेश्वर का अनूठा श्रृंगार किया जाएगा।
उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर में भस्म आरती के साथ आज खास श्रृंगार किया गया है। यहां महाशिवरात्रि पर उमड़ने वाली भीड़ और कोरोना के चलते दर्शन की व्यवस्था में बदलाव किया गया है।