बिनौली- तेडा के आर्य विद्यालय इंटर कालेज के स्काउट एंड गाइड के छात्र छात्राओं ने चौरी चौरा महोत्सव के तहत प्रभात फेरी निकाली।
प्रधानाचार्य धर्मपाल सिंह ने प्रभात फेरी का शुभारंभ करते हुए बताया कि 4 फरवरी 1922 को लगभग 3000 स्थानीय लोगों ने एक पुलिस थाने को जला दिया था। स्थानीय लोग चौरी चौरा में अंग्रेजी व विदेशी सामानों का विरोध कर रहे थे। पुलिस ने उस अहिंसात्मक आंदोलन को दबाने के लिए गोलियां चला दी थी। जिसमें तीन व्यक्तियों की मृत्यु हो गई थी। पुलिस की गोलियां समाप्त होने पर सभी पुलिसकर्मी थाने में जाकर के छुप गए और वहां जनता ने स्वतः स्फूर्त गुस्से से 22 पुलिसकर्मियों को जिंदा जला दिया था। यह अंग्रेजों के लिए चुनौती थी अंग्रेजी शासन की चूलें हिल गई थी। इसका संदेश संपूर्ण देश में चला गया। इसलिए आज के दिन हम चौरी चौरा की पवित्र भूमि को नमन करते हैं। इस दौरान मनोज कुमार, विनोद आर्य, चमन लाल, पलटू राम, लेखराज, रामेश्वर दयाल, सोनू, अरविंद, अनिरुद्ध आदि मौजूद रहे।