भारतीय जनता पार्टी की नेता चित्रा वाघ ने महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री और उनके वरिष्ठ पार्टी सहयोगी चंद्रकांत पाटिल की तुलना समाज सुधारक महात्मा ज्योतिबा फुले से की है। रविवार को स्थानीय पार्टी नेता हेमंत रासने द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में राज्य भाजपा महिला शाखा की प्रमुख चित्रा वाघ ने यह टिप्पणी की। इस कार्यक्रम में पाटिल भी शामिल थे।
चंद्रकांत पाटिल, हेमंत रसने जैसे ज्योतिबा (फुले) की तलाश जारी: वाघ
उन्होंने कहा कि, हम सावित्रीबाई (फुले की पत्नी और 19वीं सदी में महाराष्ट्र में महिलाओं की शिक्षा के लिए काम करने वाली) को घरों में देख सकते हैं, लेकिन चंद्रकांत पाटिल और बीजेपी नेता हेमंत रसने जैसे ज्योतिबा (फुले) की तलाश की जा रही है। बता दें कि, पुणे से विधायक और राज्य के उच्च और तकनीकी शिक्षा मंत्री पाटिल ने यह टिप्पणी करके एक विवाद खड़ा कर दिया था कि बी आर अंबेडकर और ज्योतिबा फुले ने शैक्षणिक संस्थानों को चलाने के लिए सरकारी अनुदान नहीं मांगा, लेकिन उन्होंने स्कूल और कॉलेज शुरू करने के लिए धन इकट्ठा करने के लिए लोगों से “भीख” मांगी।
चित्रा वाघ ने उर्फी जावेद के खिलाफ की थी शिकायत
“भीख” शब्द के इस्तेमाल से विवाद खड़ा हो गया था। जिसके परिणाम स्वरूप पाटिल पर स्याही से हमला किया गया था। इससे पहले चित्रा वाघ ने उर्फी जावेद के खिलाफ सार्वजनिक जगहों पर “अनुचित तरीके से” कपड़े पहनने को लेकर शिकायत दर्ज की और कार्यवाही की मांग की थी। उन्होंने आरोप लगाया कि उर्फी अक्सर सड़कों पर अपने शरीर का प्रदर्शन करती रहती हैं। इसके बाद उर्फी ने चित्रा वाघ पर निशाना साधते हुए कहा था कि ‘क्या राजनेताओं के पास कोई जरुरी काम नहीं है।’