राजस्थान के वागड़ क्षेत्र में मौत का भी सौदा होता है। यदि किसी दुर्घटना में किसी की मौत हो जाए तो परिजन तब तक मृतकों का शव नहीं लेते जब तक की दुर्घटना करने वाला उसका मुआवजा ( मौताणा ) नहीं दे दे। ऐसा ही एक मामला प्रदेश के डूंगरपुर में धंबोला थाना क्षेत्र के रतनपुरा गांव में ट्रैक्टर की टक्कर से बाइक सवार 2 दोस्तों की मौत हो गई थी। ट्रैक्टर मालिक से मौताणा की रकम तय होने के बाद मृतकों के परिजन पोस्टमॉर्टम के लिए सहमत हुए। करीब 36 घंटे बाद दोनों शव का पोस्टमॉर्टम करवाकर पुलिस ने परिजनों को शव सौंप दिए। परिजनों ने ट्रैक्टर मालिक से 40-40 हजार रुपए मौताणा लिया है।
धंबोला पुलिस ने बताया कि सारोली निवासी केशवलाल अपने दोस्त लसा पुत्र कालू डिंडोर के साथ बाइक लेकर बुधवार को सारोली से सीमलवाड़ा अस्पताल में भर्ती अपने एक रिश्तेदार को मिलने गया था। अस्पताल में रिश्तेदार से मिलकर दोनों वापस गांव सारोली आ रहे थे। इस दौरान रतनपुरा में आंगनबाड़ी केंद्र के पास में एक ट्रैक्टर-ट्रॉली ने बाइक को टक्कर मार दी। हादसे में केशवलाल की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि उसका दोस्त लसा डिंडोर गंभीर रूप से घायल हो गया था। लसा को एंबुलेंस से जिला अस्पताल भेजा गया, लेकिन रास्ते में उसने दम तोड़ दिया।
पुलिस ने केशवलाल का शव सीमलवाड़ा मॉर्च्युरी और लसा का शव जिला अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखवाया था। मृतक के परिजन ट्रैक्टर मालिक को मौके पर बुलाने और मौताणे की मांग पर अड़े थे, जिसके चलते शवों का पोस्टमॉर्टम नहीं हो पाया था। धंबोला थाना पुलिस ने काफी समझाइश भी की थी, लेकिन परिजन राजी नहीं हुए थे। ट्रैक्टर मालिक और मृतक के परिजनों में 40-40 हजार रुपए मौताणा राशि तय होने पर दोनों शवों का पोस्टमॉर्टम किया गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मृतक दोनों दोस्त थे और दोनों की पिछले साल शादी हुई थी। दोनों की पत्नियां प्रेग्नेंट है।