मंत्री महिला कल्याण, बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार उ0प्र0 शासन बेबी रानी मौर्य द्वारा सर्किट हाऊस में विभागीय अधिकारियो के साथ बैठक आहूत की गयी। बैठक में मंत्री द्वारा प्रदेश सरकार की ओर से चलायी जा रही संबंधित विभागीय योजनाओ की बिन्दुवार समीक्षा की गयी। उन्होने आंगनबाडी में पोषाहार वितरण तथा कुपोषित बच्चो के बारे में संबंधित अधिकारी से जानकारी प्राप्त की। उन्होने कहा कि कुपोषण से निपटने के लिए कुपोषित बच्चो को स्वयंसेवी संस्थाओ, सी0एस0आर0 फन्ड/दान देने वाली संस्थाओं आदि के द्वारा गोद लेने के लिए प्रेरित करें। उन्होने आंगनबाडी के बच्चो का वजन करने तथा लम्बाई नापने के निर्देश दिये। इस अवसर पर मा0 मंत्री द्वारा आंगनबाडी के बच्चो को स्वेटर, टोपी तथा फल का वितरण भी किया गया।
उन्होने आंगनबाडी में गोद भराई के संबंध में कहा कि गर्भवती को दिये जाने वाले भोजन, दवा, स्वास्थ्य परीक्षण के संबंध में जानकारी देने वाले होर्डिग बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का स्लोगन लगाकर अस्पताल, ब्लॉक कार्यालय एवं जनपद के बडे कार्यालयो में लगाये जाये। उन्होने स्कूल छोड़ने वाले बच्चो की दर में कमी लाये जाने तथा 11 से 14 वर्ष की ड्राप आउट लडकियो को स्कूल में दाखिला हेतु प्रोत्साहित करने के निर्देश दिये। उन्होने कहा कि बेटियो को शिक्षित करने के लिए हर संभव प्रयास करना है। उन्होने बेटियो की सुरक्षा के लिए गर्ल्स कालिज के बाहर पुलिस सुरक्षा देने के लिए निर्देशित किया।
मंत्री ने मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, निराश्रित महिला पेंशन, उ0प्र0 मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना, कोविड महामारी में अपने माता-पिता को खोने वाले बच्चो के लिए उ0प्र0 सरकार द्वारा चलायी जा रही योजना तथा अन्य महिला सम्बन्धी कार्यक्रमों की विस्तार से समीक्षा की गयी तथा अधिकारियो को पात्र लाभार्थी को लाभ हेतु आवश्यक कार्यवाही के दिशा-निर्देश दिये गये।
जिला कार्यक्रम अधिकारी विनीत कुमार सिंह ने बताया कि विभाग द्वारा चलाई जा रही ड्राईराशन योजना में माह नवम्बर 2022 तक सभी 13 बाल विकास परियोजनाओं में ड्राईराशन की आपूर्ति की जा चुकी है। जहॉ से स्वयं सहायता समूह द्वारा आंगनबाड़ी केन्द्रों पर ड्राइराशन भेजकर लाभार्थियों को वितरण कराया जा रहा है। मंत्री द्वारा निर्देशित किया गया कि ड्राईराशन वितरण किये जाने वाले थैलों पर प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री की फोटो छपवाकर प्रयोग में लायें।
उन्होने बताया कि कन्या सुमंगला योजना के अर्न्तगत प्रदेश में सबसे ज्यादा पात्र लाभार्थियों को लाभ दिलाने के लिए ऑनलाइन आवेदन बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग द्वारा कराये गये हैं। कोविड के दौरान आंगनवाडी कार्यकत्रियों द्वारा सर्वेे कर लोगो को जागरूक किया गया तथा टीकाकरण करवाया गया तथा घर-घर जाकर लाभार्थियों को पोषाहार का वितरण किया गया व नियमित रूप से बच्चों का वजन किया गया।
जनपद के 251 आंगनवाड़ी केन्द्रों को राज्यपाल महोदया द्वारा केन्द्रों पर शिक्षापरक सामग्री, बच्चों के बैठने हेतु फर्नीचर, खिलौने व साज-सज्जा सामग्री (24 प्रकार) प्रदान की गयी है। माह दिसम्बर 2022 में महामहिम राज्यपाल महोदया द्वारा ग्राम सैफपुर कर्मचन्द्रपुर, विकास खण्ड हस्तिनापुर में 10 आंगनबाड़ी केन्द्रों पर फर्नीचर, खिलौने व साज-सज्जा सामग्री सामग्री प्रदान की गयी है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी द्वारा जनपद में कुपोषित तथा अतिकुपोषित बच्चो की स्थिति के बारे में अवगत कराया गया। उन्होने बताया कि विभाग की ओर से मेरठ में नवाचार किया गया है जिसमें कुपोषित बच्चो की प्रोफाईल उनके माता-पिता की आर्थिक स्थिति, रहन-सहन आदि के बारे में जानकारी प्राप्त कर कुपोषण के कारण का पता लगाने का प्रयास किया जाता है। उन्होने कहा कि आंगनबाडी से कुपोषित बच्चो की सीएचसी व पीएचसी में जांच करायी जाती है तथा उनके भोजन आदि का उचित प्रबंध किया जाता है। उन्होने राजकीय सम्प्रेक्षण गृह (किशोर) तथा राजकीय बाल गृह (बालक) की स्थिति के बारे में भी मा0 मंत्री कोे अवगत कराया।
मंत्री ने राजकीय पश्चातवर्ती देखरेख संगठन/राजकीय महिला शरणालय का निरीक्षण किया तथा संस्था में निवासरत संवासिनियो को दी जाने वाली मूलभूत सुविधाओ यथा-भोजन, आश्रय, वस्त्र, चिकित्सा, उनके उज्ज्वल भविष्य हेतु शिक्षा तथा प्रशिक्षण एवं स्वरोजगार के बारे में अधीक्षिका से जानकारी प्राप्त की।
इस अवसर पर जिला प्रोबेशन अधिकारी अजित कुमार, सीडीपीओ, आंगनबाडी सुपरवाईजर सहित अन्य संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।