बेलारूस के गोमेल क्षेत्र में रूस और यूक्रेन के प्रतिनिधिमंडलों के बीच वार्ता खत्म हो गई है और दूसरे दौर की वार्ता कुछ दिनों में बेलारूसी-पोलिश सीमा पर होगी। स्पुतनिक की रिपोर्ट के मुताबिक, रूसी प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख व्लादिमीर मेडिंस्की ने यूक्रेन के साथ वार्ता के बाद कहा कि “अगले दौर की वार्ता बेलारूसी-पोलिश सीमा पर होगी।” वहीं, यूक्रेन के राष्ट्रपति के सलाअधिकारार मायखाइलो पोडोलीक ने कहा कि रूस और यूक्रेन के प्रतिनिधिमंडल दूसरे दौर की मीटिंग से पहले परामर्श के लिए अपनी राजधानियों में पहुंचेंगे।
वार्ता के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की के कामालय के प्रमुख सलाअधिकारार ने कहा कि रूस और यूक्रेन ने कुछ प्राथमिकता वाले विषयों की पहचान की है, जिन पर उन्होंने कुछ फैसलाों की रूपरेखा तैयार की है। ज़ेलेंस्की के योगदानी ने कहा कि रूस और यूक्रेन ने जल्द से जल्द दूसरे दौर की वार्ता इनकमोजित करने पर चर्चा की।
वहीं, वार्ता के बाद रूसी प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख ने कहा, “हमें ऐसे मुद्दे मिले, जहां हम सहमत होने की आशा कर सकते हैं।” रूसी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व राष्ट्रपति पुतिन के योगदानी व्लादिमीर मेडिंस्की ने किया। स्पुतनिक के मुताबिक, वलोडिमिर ज़ेलेंस्की के कामालय ने कहा था कि “वार्ता का प्रमुख मुद्दा तत्काल युद्धविराम और यूक्रेन के क्षेत्र से सैनिकों की वापसी है।”
UNGA के विशेष इमरजेंसी सत्र में आमने-सामने रूस-यूक्रेनबेलारूस में दोनों राष्ट्रों के प्रतिनिधिमंडलों की मीटिंग के अलावा दोनों राष्ट्रों ने UNGA के विशेष इमरजेंसी सत्र में एक दूसरे पर इल्जाम लगाए। कीव ने संयुक्त राष्ट्र से आह्वान किया कि मॉस्को उसके विरूद्ध जारी आक्रामकता को रोके, तो दूसरी तरफ रूस ने जोर दिया कि उसने दुश्मनता की आरंभ नहीं की और वह युद्ध को खत्म करना चाहता है।
यूक्रेन के दूत सर्गेई किस्लिट्सिया ने कहा कि रूस को बिना किसी शर्त तत्काल यूक्रेनी क्षेत्रों से अपनी सेना को हटाना चाहिए। वहीं, संयुक्त राष्ट्र में रूसी दूत वसीली नेबेंजिया ने कहा कि उपस्थिता संकट की जड़ यूक्रेन द्वारा किए गए कामों में ही निभलाई है।