रूस ( Russia) यूक्रेन (Ukraine) की सीमा पर परमाणु मिसाइलें आजमा रहा है. दस दिन के युद्धाभ्यास से यूक्रेन सीमा पर तनाव बढ़ गया है. इस सबके बीच ब्रिटेन (Britain) के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (Boris Johnson) ने कहा है कि रूस अब तक की सबसे बड़ी जंग की तैयारी कर रहा है. उधर, भारत सरकार ने यूक्रेन में मौजूद अपने नागरिकों को देश छोड़ने के लिए कहा है.
यूक्रेन सीमा पर रूस की सेना के भारी जमावड़े के बीच ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने दावा किया है कि रूस द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद की सबसे बड़ी जंग की तैयारी कर रहा है. उधर, रूस ने डेढ़ लाख से ज्यादा सैनिकों के साथ यूक्रेन सीमा पर युद्धाभ्यास शुरू कर दिया है. इस अभ्यास में रूसी सेना ने अपनी मिसाइलों को दागकर उनकी निशाना बेधने की क्षमता को परखा. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने खुद इन मिसाइल के परीक्षण को देखा.
इस बीच, भारत ने अपने नागरिकों को यूक्रेन छोड़ने के लिए कहा है. इस बाबत जारी आदेश में कहा गया है कि बहुत जरूरी भारतीय (यानी दूतावास या मिशन संबंधी स्टाफ) ही यूक्रेन में रहे. भारत के नागरिक यूक्रेन छोड़ दें. वहां मौजूद छात्रों को अपने कांट्रेक्टर के जरिये चार्टर्ड फ्लाइट के लिए संपर्क में रहने के लिए कहा गया है.
लंदन से मिली खबर के मुताबिक ब्रिटेन के प्रधानमंत्री जॉनसन ने बीबीसी को दिए एक साक्षात्कार में इस बात का खुलासा किया कि रूस सबसे बड़ी जंगी तैयारी कर रहा है. उन्होंने कहा कि सारे संकेत यही हैं कि रूस ने इस तैयारी को अंजाम देना शुरू कर दिया है. रूस का मकसद यूक्रेन पर हमला करना है, जिससे यूक्रेन की राजधानी कीव की घेराबंदी की जा सके.
यूक्रेन सीमा पर 1.90 लाख रूसी सैनिक
अमरीकी सरकार की ओर से जारी किए ताज़ा अनुमान के अनुसार यूक्रेन की सीमा पर अब एक लाख 90 हजार तक रूसी सैनिक तैनात हैं. ये सैनिक यूक्रेन की घेराबंदी के लिए सिर्फ रूस ही नहीं, पड़ोसी देश बेलारूस में भी मौजूद हैं. इनका साथ देने के लिए पूर्वी यूक्रेन विद्रोही आक्रामक रुख अपनाए हुए हैं. विद्रोहियों ने दावा किया है कि उन्होंने एक मुठभेड़ में यूक्रेन के दो सैनिकों को मार दिया. उधर, यूक्रेन के सुरक्षा बलों का कहना है कि सात सौ से अधिक बार विद्रोही संघर्ष विराम का उल्लंघन कर चुके हैं.
युद्धाभ्यास में दागी मिसाइलें
रूस ने भी यूक्रेन की सीमा पर युद्धाभ्यास शुरू कर दिया है. इनफेंट्री, आर्टिलरी और लड़ाकू विमानों की तैनाती के बीच ये युद्धाभ्साय किया जा रहा है. इसमें कई मिसाइलों का परीक्षण किया गया. राष्ट्रपति पुतिन ने बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको के साथ नियंत्रण केंद्र में बैठकर इन परीक्षणों को देखा. इस अभ्यास में लंबी दूरी तक मार करने वाली मिसाइलें भी शामिल हैं. इसके साथ ही हाइपरसोनिक, क्रूज और परमाणु क्षमता वाली बेलेस्टिक मिसाइलों को भी परखा जा रहा है. रूसी रक्षा मंत्रालय का कहना है कि ये परमाणु अभ्यास उसके पहले से चल रहे युद्धाभ्यासों का हिस्सा है, जिसकी रूस ने पहले घोषणा की थी. यह अभ्यास दस दिन चलेगा.