मेरठ- नाइस स्कूल ऑफ बिजनेस स्टडीज विभाग द्वारा प्रदर्शन प्रबंधन और योग्यता मानचित्रण पर पांच दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसकी मुख्य वक्ता डॉ नेहा यजुर्वेदी रही।
उन्होंने प्रदर्शन प्रबंधन और योग्यता मानचित्रण का एक संक्षिप्त विवरण दिया।उन्होंने बताया कि प्रदर्शन प्रबंधन और योग्यता मानचित्रण किसी भी संस्था के लिए बहुत अनिवार्य है। संस्था अपने कर्मचारियों की योग्यता को परखने के लिए विभिन्न टूल्स का इस्तेमाल करती है। डॉ नेहा ने किसी भी संगठन में प्रबंधकों और अधिकारियों के लिए प्रासंगिक कौशल की प्रगति, बढ़ी हुई दक्षता और मानव संसाधन मुद्दों के आवश्यक ज्ञान के निर्माण से संबंधित पहलुओं को भी समझाया। उन्होंने वेब बेस्ड परफॉर्मेंस सिस्टम के विभिन्न टूल को बारीकी से समझाया।इस अवसर पर विश्वविद्यालय की पुरातन छात्र एवं सीईओ यंग माइंड शेफाली संगल ने नेटवर्किंग आत्मविश्वास निर्माण, संगठन के विजन और मिशन स्टेटमेंट के महत्व पर ध्यान केंद्रित किया। कार्यशाला में विशेषज्ञ के रूप में उपस्थित लेफ्टिनेंट कर्नल रोहिताश कुमार ने बताया कि हमें अपनी पेशेवर क्षमताओं और संभावनाओं पर कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि नीति आयोग द्वारा भी हमारी क्षमताओं को बढ़ाने के लिए इंटर्नशिप पर जोर दिया जा रहा। उन्होंने संस्थाओं में परफॉर्मेंस को मापने के लिए नई-नई तकनीकों के बारे में बताया। कार्यशाला के दौरान नाइस स्कूल ऑफ बिजनेस स्टडीज विभाग के डीन डॉ अशोक कुमार गुप्ता ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि इस तरह की कार्यशाला छात्रों एवं संस्था में कार्य कर रहे प्रोफेशनल्स के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। यह साला में सैकड़ों छात्रों ने सहभागिता की।