मेरठ-कंकर खेडा निवासी वैभव यादव को 22 सितंबर को तीन चार युवकों ने मारपीट कर घायल कर दिया था। पीड़ित ने थाने पहुंचकर आरोपियों के खिलाफ तहरीर दी थी और जान को खतरा बताया था।
आरोप है कि पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया। बाद में शाम के समय घायल युवक प्राइवेट चिकित्सक के पास दवाई लेने जा रहा था। फिर दोबारा से वैभव के साथ आरोपियों ने मारपीट कर दी।
वह भयभीत होकर बाइक लेकर भागा तो डिवाइडर से टकरा गया और गंभीर रूप से घायल हो गया। रविवार को नोएडा अस्पताल में उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।
इसके बाद मृतक युवक के साथियों में आक्रोश भर गया और थाने पहुंचकर हंगामा कर दिया। युवकों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कंकरखेड़ा थाने के सामने जाम लगा दिया। उसके बाद शिव चौक के निकट पुलिस चौकी के सामने मेरठ करनाल मार्ग को पूरी तरह जाम कर दिया।
युवकों का कहना था कि पुलिस की लापरवाही के कारण वैभव यादव की मौत हो गयी। उसके परिजन 4 दिन से थाने के चक्कर लगा रहे थे। लेकिन, पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। बाद में सीओ संजीव कुमार दीक्षित ने युवकों को समझाया की उन्हें 12 घंटे का समय दे दिया जाए।
यदि 12 घंटे में आरोपी गिरफ्तार नहीं हुए तो हम भी आपके साथ धरना देगे। सीओ संजीव कुमार दीक्षित ने इंस्पेक्टर विजेंद्र पाल सिंह राणा को हड़काते हुए कहा कि आरोपी मुझे 12 घंटे में गिरफ्तार चाहिए। अन्यथा इंस्पेक्टर के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।