अन्तर्राष्ट्रीय नशा/मद्यपान निषेध दिवस पर वेंक्टश्वरा में ’’नशा मुक्त भारत’’ अभियान का शुभारम्भ
मेरठ। अन्तर्राष्ट्रीय नशा/मद्यपान निषेध दिवस पर वेंक्टेश्वरा परिसर में ’’नशा एक अभिशाप’’ विषय पर एकदिवसीय राष्ट्रीय सेमीनार/वेबीनार का आयोजन किया गया, जिसमें वक्ताओ ने इसे किसी भी राष्ट्र की संस्कृति का विनाशक एवं उसके विकास में अवरोध बताते हुए देश के नागरिको विशेष रूप से युवाओ को नशा/मद्यपान से दूर रहने की नसीहत दी। इसके अलावा परिसर में ’’नशा मुक्त भारत’’ अभियान का शुभारम्भ करते हुए परिसर में ’’नशा/मद्यपान निषेध रैली’’ निकालकर उपस्थित स्टाॅफ एवं कर्मचारियों को नशा/मद्यपान ना करने की भी शपथ दिलायी गयी।
’’अन्तर्राष्ट्रीय नशा/मद्यपान निषेध दिवस’’ पर आयोजित ’’नशा मुक्त भारत जागरुकता रैली’’ एवं ’’नशा एक अभिशाप’’ सेमीनार का शुभारम्भ विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डाॅ0 सुधीर गिरि, प्रतिकुलाधिपति डाॅ0 राजीव त्यागी, मुख्य अतिथि ’’नयी दिशा नशा मुक्ति फाउन्डेशन के सचिव वरिष्ठ मनोचिकित्सक डाॅ0 एस0 के चढढा आदि ने हरी झण्डी दिखाकर एवं सरस्वती माँ की प्रतिमा के सन्मुख पुष्प अर्पित करके किया।
’’अपने सम्बोधन में नयी दिशा नशा मुक्ति फाउन्डेशन के सचिव डाॅ0 एस0 के0 चढढा ने कहा कि नशे की लत ने पूरे विश्व को विशेष रूप से युवाओ को अपनी चपेट में ले रखा है। हम अन्तर्राष्ट्रीय नशा निषेध दिवस पर खुद मद्यपान ना करने एवं दूसरो को भी मद्यपान ना करने के लिए प्रेरित करने की शपथ लेते है।
कुलाधिपति डाॅ0 सुधीर गिरि ने कहा कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क निवास करता है। लेकिन नशे की लत इसको खोखला कर देती है। मद्यपान निषेध दिवस पर विश्वविद्यालय ने नशे की लत से लोगो को बचाने के लिए दो ’’एन्टी टाॅक्सिन हर्बल पेय पदार्थ’’ लाँच किये है। जो नशे की लत से छुटकारा दिलाने में मदद करेगे। प्रतिकुलाधिपति डाॅ0 राजीव त्यागी ने कहा कि नशा एक अभिशाप सेमीनार में व्यक्तिगत रूप से 28 शिक्षाविदो एवं आॅनलाईन 732 लोगो ने प्रतिभाग किया। इस अवसर पर कुलपति प्रो0 डाॅ0 पी0के0 भारती, कुलसचिव डाॅ0 पीयूष पाण्डे, डाॅ0 बिग्रेडियर सतीश अग्रवाल, एम0एस0 डाॅ0 प्रद्युम्मन सिंह, डाॅ0 आर0 एन0 सिंह, डाॅ0 प्रभात श्रीवास्तव, उपनिदेशक दूरस्थ शिक्षा डाॅ0 अलका सिंह, डाॅ0 राजेश सिंह, माहित झा, मारूफ चैधरी, डाॅ0 योगेश्वर दत्त, नेहा बग्गा, अरूण कुमार गोस्वामी, रिहाना, शिखा एवं मीडिया प्रभारी विश्वास राणा आदि लोग उपस्थित रहे।