बागपत। रालोद पार्टी कार्यालय में शुक्रवार को 1857 की क्रांति की महान वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई का बलिदान दिवस मनाया गया। सभी ने उनके चित्र के सम्मुख पुष्प अर्पित कर उन्हें अपनी श्रद्धांजलि दी।
इस मौके पर रालोद के पश्चिमीउत्तर प्रदेश के महासचिव ओमवीर ढाका ने रानी लक्ष्मीबाई के जीवन पर प्रकाश डाला और देश व समाज के लिए उनके द्वारा किए गए कार्य गिनाये। बताया कि रानी लक्ष्मीबाई का जीवन शुरू से ही काफी कष्ट में बीता। बचपन में ही उनके सिर से मां का साया उठ गया था। इसके अलावा देश की आजादी के लिए उन्हें अपने पति, पिता व पुत्र का भी बलिदान देना पड़ा। उन्होंने जीवन में कभी भी सिर पर मुकुट धारण नहीं किया। जीवन भर वे देश को आजाद कराने के लिए लगी रही और अपना सब कुछ इस देश की खातिर न्यौछावर कर दिया, जिससे सभी को प्रेरणा लेनी चाहिए। अंत में सभी ने उनकी आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा। इस मौके पर अनिल डागर, निसार अल्वी, बाबूराम शर्मा, अनिल कश्यप, अनिरुद्ध शर्मा, योगेंद्र, अमित आदि थे।