बिनौली- आर्य विद्यालय इंटर कॉलेज तेड़ा मे शनिवार को संत रविदास जयंती धूमधाम के साथ मनाई गई। इस अवसर पर प्रधानाचार्य डीपी सिंह ने छात्र छात्राओं को बताया संत रविदास के जीवन परिचय के बारे मे विस्तारपूर्वक जानकारी दी।
प्रधानाचार्य डीपी सिंह ने छात्र छात्राओं को बताया कि संत रविदास का जन्म माघी पूर्णिमा को रविवार के दिन सन 1398 में वाराणसी में हुआ था, उन्हें रैदास के नाम से भी जाना जाता है। संत रविदास कहते थे ईश्वर एक है, इसलिये सभी को इस संसार मे प्रेम पूर्वक रहना चाहिए। रैदास इतने पवित्र मन के ओर कर्मशील व्यक्ति थे कि वे कहते थे कि मन चंगा तो कठौती में गंगा।
संत रविदास एक ऐसे समाज की कल्पना करते थे, जिसमें सभी के लिए समान अवसर हो न कोई छोटा बड़ा ने हो। उनका एक दोहा “ऐसा चाहौं राज मै, जहां मिले सबन को अन्न।
छोट बड़ो सभ सम बसै, रैदास रहै प्रसन्न। वही इस अवसर पर छात्राओ ने काफी मनमोहक रंगोली बनाई। वही शिक्षक विनोद कुमार आर्य ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि सभी बच्चे रविदास जी से प्रेरणा लें,अपने कार्य को लगन से समय पर पूरा करें। कार्यक्रम मे अरविंद कुमार, रामेश्वर दयाल,मनीष कुमार , मनोज कुमार, सोनू , अनीता रानी, चमन लाल उपस्थित रहे