दस लाख रुपये के मुआवज़े और शहीद के दर्जा देने की मांग
मेरठ के रहने वाले सीआरपीएफ के जवान की झारखंड में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। गोली लगा शव मिलने से मेरठ के गांव छूछई में हड़कंप मच गया। जिसके बाद देर रात पार्थिव शरीर झारखंड से मेरठ पहुंचा ।वही अब ग्रामीण और परिजन जवान की मौत पर मुआवजे की मांग को लेकर अड़ गए हैं। उनकी माने तो केंद्र और राज्य सरकार द्वारा जब तक मुआवजे की घोषणा नहीं की जाएगी तब तक वह अंतिम संस्कार नहीं करेंगे ।।
मामला मेरठ के थाना किठौर क्षेत्र के गांव का है ।जहां सोमपाल नाम के जवान सीआरपीएफ में नौकरी कर रहे थे ,जिसकी पोस्टिंग झारखंड में थी। ड्यूटी के दौरान संपन्न की संदिग्ध स्थिति में गोली लगने से मौत हो गई। सोमपाल की मौत से गांव में कोहराम मच गया। जिसके बाद देर रात सोमपाल का पार्थिव शरीर मेरठ पहुंचे ।ग्रामीण शव को लेकर गांव पहुंच गए ।जिसके बाद उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार से उचित मुआवजे की मांग करते हुए शव का अंतिम संस्कार करने से इंकार कर दिया। उन्होंने कहा कि जब तक जिलाधिकारी मेरठ खुद मौके पर पहुंचकर घोषणा नहीं करेंगे तब तक अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा ।वहीं पुलिस प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं ।ग्रामीणों के साथ अंतिम संस्कार को लेकर वार्ता जारी है।