पोषाहार से बने व्यंजनो की प्रतियोगिता में बाल विकास परियोजना शहर प्रथम व मवाना द्वितीय
आंगनवाड़ी केन्द्र पर लाभार्थियों को पोष्टिक व विटामिन युक्त फल एंव सब्जियाॅ उपलब्ध हो सके-जिला कार्यक्रम अधिकारी
मेरठ-विकास भवन सभागार में आज बाल विकास सेवा एंव पुष्टाहार विभाग, जनपद मेरठ की ओर से तृतीय राष्ट्रीय पोषण माह सितम्बर-2020 के अन्तर्गत जिलाधिकारी मेरठ के0 बालाजी की अध्यक्षता में जनपद की सभी 13 परियोजनाओं के आंगनवाड़ी केन्द्रो पर आपूर्ति किये जाने वाले पोषाहार से बने विविध व्यंजन की प्रतियोगिता का आयोजन किया गया । व्यंजन प्रतियोगिता में सभी 13 परियोजनाओं से 02-02 आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा 10 रेैसिपी बनाकर लायी गयी थी। प्रतियोगिता में बाल विकास परियोजना शहर प्रथम, बाल विकास परियोजना रजपुरा द्वितीय एंव बाल विकास परियेाजना मवाना तृतीय रहे।
जिलाधिकारी ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। उसके उपरान्त पोषण अभियान जागरूकता के सम्बन्ध में हस्ताक्षर अभियान का शुभारम्भ अपने हस्ताक्षर कर किया। उन्होने कहा कि पोषाहार व स्वच्छता के प्रति आमजन को जागरूक करने के उद्देष्य से पोषण माह मनाया जा रहा है, जिसमें विभिन्न गतिविधियां संचालित करायी जा रही है।
जिलाधिकारी ने बताया कि अभी तक 1082 पोषण वाटिकाएं आंगनबाडी केन्द्रों पर स्थापित करायी गयी है, बच्चो के वजन कराये गये है, कुपोषित व अतिकुपोषित बच्चो की सूची बनायी जा रही है तथा तीव्र गम्भीर अतिकुपोषित (सैम) बच्चों को एन0आर0सी0 (पोषण पुनर्वास केन्द्र) में भर्ती कराया गया ताकि वह जल्द स्वस्थ हो सके। उन्होने सभी को इसके लिए बधाई दी तथा और अधिक मेहनत से कार्य करने को कहा। जिलाधिकारी द्वारा सभी परियोजना के व्यंजन स्टाल का निरीक्षण कर विभिन्न व्यंजनों के बारे में जानकारी प्राप्त की गयी।
मुख्य विकास अधिकारी ईशा दुहन ने जनपद के सभी आंगनवाड़ी केन्द्रों पर पोषण वाटिका बनाये जाने के बारे में बताया गया एंव जिलाधिकारी को विभाग द्वारा किये जाने वाले कार्यो के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी दी गयी। उन्होने बताया कि उक्त व्यंजन प्रतियोगिता में निदेशक प्रभागीय वानिकी अधिकारी, अपर नगर मजिस्ट्रेट, एंव सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी की एक टीम बनायी गयी थी जिसके द्वारा सभी व्यंजन के स्टालों के व्यंजनों का निरीक्षण एंव चखकर निर्णय लिया गया जिसमें प्रथम बाल विकास परियोजना शहर, द्धितीय बाल विकास परियोजना रजपुरा एंव तृतीय बाल विकास परियेाजना मवाना को पुरूस्कार दिया गया। शेष सभी अन्य प्रतिभागियों को सांत्वना पुरूस्कार प्रदान किया गया।
कार्यक्रम में जिला कार्यक्रम अधिकारी विनीत कुमा सिंह द्वारा तृतीय राष्टीय पोषण माह में आंगनवाड़ी केन्द्रों पर की जाने वाली गतिविधियों बारे में तथा जिले के 0-5 वर्ष तक के शत प्रतिशत बच्चों की वजन के बाद की स्थिति की जानकारी दी गयी । उन्होने बताया कि पोषण माह में करायी जाने वाली एक्टिविटी में जनपद मेरठ के पूरे उत्तर प्रदेश में प्रथम स्थान के बारे में अवगत कराया गया ।
जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि जनपद में 0-5 वर्ष 176714 बच्चों का वजन कर 5225 बच्चे कुपोषित ,1082 बच्चें अतिकुपोषत तथा 14 तीव्र गम्भीर अतिकुपोषित (सैम) चिन्हित किये गये । शेष 170393 बच्चें सामान्य श्रेणी में पाये गये । अभी तक 04 तीव्र गम्भीर अतिकुपोषित (सैम) बच्चों को एन0आर0सी0 (पोषण पुनर्वास केन्द्र ) में भर्ती करा दिये गये है। उनके द्वारा यह भी अवगत कराया गया कि जनपद में 260 वृहद पेाषण वाटिका एंव 822 लघु पोषण वाटिका स्थापित की जा चुकी है। पोषण वाटिका स्थापित करने का उद्धेश्य यह है कि आंगनवाड़ी केन्द्र पर लाभार्थियों को पोष्टिक व विटामिन युक्त फल एंव सब्जियाॅ उपलब्ध हो सके। जिला कार्यक्रम अधिकारी द्वारा कार्यक्रम में निमंत्रित सभी अधिकारियों एंव प्रतिभाग करने वाली आंगनरवाड़ी कार्यकत्रियों को धन्यवाद ज्ञापित करते हुये कार्यक्रम का समापन किया गया।
इस अवसर पर सीडीओ ईशा दुहन, डीएफओ अदिति सिंह, एसीएम सुनीता सिंह, एआरटीओ प्रषासन श्वेता वर्मा, नीता गुप्ता, जिला विकास अधिकारी डी0एन0तिवारी सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारीगण तथा आंगनबाडी उपस्थित रही।