समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवपाल यादव ने ओबीसी आरक्षण के मुद्दे को लेकर उत्तर प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी की सरकार को आड़े हाथो लिया है। सपा नेता ने कहा की उत्तर प्रदेश के नगरीय निकाय चुनावों में ओबीसी वर्ग को आरक्षण देने के लिए जो आयोग अभी गठित किया गया है उसे कम से कम दो ढाई साल पहले गठित कर लेना चाहिए था। सपा नेता शिवपाल सिंह यादव ने कहा, ‘‘समाजवादियों ने पहले आरक्षण पाने के लिये लड़ाई लड़ी और अब आरक्षण बचाने के लिए लड़ाई लड़नी पड़ेगी। अब संघर्ष सड़कों पर चलेगा।’’
उन्होंने कहा कि सरकार को समय से आयोग बनाकर आरक्षण लागू करके समय से चुनाव कराना चाहिए था लेकिन सरकार की मंशा पिछड़े वर्ग का आरक्षण खत्म करने की थी। शिवपाल यादव ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि इस सरकार ने पहले पिछड़ों का आरक्षण और फिर दलितों का आरक्षण खत्म करने की साजिश की है।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए शिवपाल सिंह यादव ने उत्तर प्रदेश सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी द्वारा चलायी जा रही सरकार का इरादा पिछड़ों और दलितों का आरक्षण समाप्त करने का है। उन्होंने कहा, ‘‘निकाय चुनावों को आगे टालने के लिए सरकार आरक्षण को ऐसे ही टाले रही है और जो आयोग अब बन रहा है उसे तो दो-ढाई साल पहले ही बन जाना चाहिए था।’’ शिवपाल सिंह यादव ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि जिस तरह से समाजवादियों और जनप्रतिनिधियों का उत्पीड़न पूरे देश में हो रहा है और झूठे मुकदमे लगाकर जेलों मे भेजा जा रहा है, ये उत्पीड़न हम किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं कर सकते। साथ ही साथ उन्होंने इस बात का भी दावा किया कि 2024 में समाजवादी लोग भाजपा को सत्ता से बाहर कर देंगे।