मेरठ- उत्तर प्रदेश में दो चरणों के विधानसभा चुनाव के लिए मतदान हो चुका है। अब फोकस बुंदेलखंड और यादव बेल्ट के 16 जिलों की 59 सीटों पर है, जिन पर 20 फरवरी को तीसरे चरण में मतदान होगा। तीसरे चरण के चुनाव की वोटिंग से पहले नेताओं के भाषणों की टोन बदलने लगी है। ध्रुवीकरण की कोशिशों वाले धार्मिक-भावनात्मक बयानों की जगह भाजपा अब जातिवाद और परिवारवाद के मुद्दे को धार देने में जुटी है। सोमवार को कानपुर देहात पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषणों में इसकी झलक भी दिखी। भाषण के दौरान उन्होंने समाजवादी पार्टी पर जमकर शब्दबाण छोड़े वहीं, किसानों और गरीबों के लिए चलाई जा रहीं योजनाओं का खूब गुणगान किया। दंगों की जगह जिक्र लूट और गुंडई का किया। कहा कि 2017 के पहले की सरकार में एक परिवार के लोग प्रदेश भर में लूटने का काम करते थे। उन्हीं की शह पर माफिया फलते-फूलते थे।
यूपी में दूसरे चरण का जो ट्रेंड आया है और पहले चरण की जो वोटिंग हुई है, उसने बहुत कुछ साफ हो गया है।
जो साथी बदलते हैं, वो आपका साथ देंगे क्या? पीएम मोदी:-
कानपुर देहात में जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सपा गठबंधन पर तंज कसते हुए कहा कि हर बार ये लोग चुनाव में नया साथी लेकर आते हैं। नए साथी के कंधे के भरोसे चलने की कोशिश करते हैं। ये हर चुनाव में जिस साथी को लाते हैं, उसको भी धक्का मारकर निकाल देते हैं। जो साथी बदलते हैं, वो आपका साथ देंगे क्या? उन्होंने कहा कि पहले और दूसरे चरण का ट्रेंड बता रहा है कि योगी ही आ रहे हैं। इसीलिए यूपी में इस बार 10 मार्च को ही होली मनाई जाएगी।
नाम समाजवादी, काम तमंचावादी और सोच परिवारवादी है : योगी आदित्यनाथ
यादव बेल्ट में जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम योगी के बयान से भी गर्मी.. और चर्बी जैसे बयान नदारद रहे। इस दौरान उनके भी निशाने पर समाजवादी पार्टी ही रही। कहा कि इनका नाम समाजवादी है लेकिन काम तमंचावादी है और सोच परिवारवादी है। ये लोग परिवार के अलावा किसी का भला नहीं कर सकते। मैनपुरी में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि 2012 में जब अखिलेश यादव सीएम बने तो तो उन्होंने सबसे पहला काम अयोध्या में राम मंदिर पर हमला करने वाले आतंकियों के खिलाफ दर्ज मुकदमों को वापस लेने वाली फाइल पर साइन किए थे। प्रदेश सरकार की उपलब्धियों और मुफ्त योजनाओं का बखान करते हुए योगी ने लोगों से बीजेपी को मतदान करने की अपील की। कहा कि पहले दिन में बमबाजी होती थी रात में डकैती और अब गाजे-बाजे के साथ कांवड़ यात्रा निकलती है। गांव से लेकर शहर तक लाभार्थियों को योजनाओं का लाभ मिल रहा है।