बागपत। विपुल जैन
नगर के श्री दिगंबर जैन बड़ा मंदिर में श्री जी की पालकी यात्रा धूमधाम के साथ निकाली गई, इसमें श्रद्धालु धार्मिक भजनों पर जमकर नाचे- कूदे।
सर्वप्रथम मूलनायक भगवान श्री 1008 अजितनाथ भगवान, शांतिनाथ भगवान और नेमिनाथ भगवान की मुख्य वैदियों पर शुद्ध जल से भगवान का मंगल अभिषेक किया गया। उसके उपरांत इंद्र द्वारा भगवान की पूजा अर्चना की गई। तदोपरांत लक्की ड्रा द्वारा श्री जी को ले जाने की बोली पवन जैन, खजांची की बोली विकास जैन, सारथी की बोली वीरेंद्र जैन और चवर की बोली श्रेयांश जैन को प्राप्त हुई। उसके उपरांत भगवान पार्श्वनाथ की प्रतिमा जी को इंद्रो द्वारा मस्तक पर धारण कर पालकी में विराजमान किया गया और पालकी यात्रा निकाली गई।
पालकी यात्रा मंदिर से शुरू होकर गांधी बाजार, बड़ा बाजार आदि स्थानों से होते हुए पुनः मंदिर में पांडुकशिला पर पहुंची, जहां भगवान को पांडुकशिला पर विराजमान करके अभिषेक किया गया। उसके उपरांत भगवान को पुनः वेदी में विराजमान कर दिया गया। पालकी यात्रा में जैन समाज के अध्यक्ष पंकज जैन, कोषाध्यक्ष पीयूष जैन, प्रबंधक मुन्ना जैन, उपाध्यक्ष रवि जैन, सचिन जैन, संरक्षक शिखर चंद जैन, पंडित हंसराज, मयंक जैन, विनीत जैन, संजीव जैन, मनीष जैन, कमल जैन, सुनील जैन, अनमोल जैन, तरुण जैन, विकास जैन, नीलम जैन, मीनू जैन, बबीता, लवली, पलकी, आस्था आदि थे।