मेरठ- गुरूद्वारा श्री गुरू सिंह सभा,कंकर खेड़ा मे नौवे गुरू श्री गुरू तेगबहादुर साहिब जी का 400 वां प्रकाश पुरब बहुत ही प्यार,श्रद्धा और भावना से मनाया गया।
समागम मे संगत ने भाग लेकर गुरू तेगबहादुर साहिब जी के मानवता के लिए किये गए परोपकारो को याद कीया।
बहन अमृत कौर के जत्थे ने श्री गुरू तेगबहादुर साहिब जी द्वारा रचित बाणी नौवे महल्ले के श्लोक ” गुन गोबिंद गायो नही,जन्म अकारथ कीन ” गायन कर समागम की आरम्भता करी। उनके बाद हजूरी रागी भाई अनुज सिंह जी ने ” गुरू तेगबहादुर सिमरिये,घर नो निधि आवे थाय ” गायन कर वातावरण को भक्तीमय बना दिया।
उक्त अवसर पर उपस्थित संगत को श्री गुरू तेगबहादुर साहिब जी के 400 वे साल प्रकाश पुरब की बधाई देते हुए गुरूद्वारा श्री गुरू सिंह सभा,कंकर खेड़ा के प्रधान मनजीत सिंह कोछड़ ने कहा देश एंव धर्म की रक्षा के लिए श्री गुरू तेगबहादुर साहिब ने कुर्बान होना तो प्रवान कर लिया पर जालिमो की ज्यादती के सामने सर नही झुकाया।और उन्हे जालिम हुकूमत ने चांदनी चौक दिल्ली मे शहीद कर दिया।
आज हम सब श्री गुरू तेगबहादुर साहिब जी की लासानी कुर्बानी की बदौलत ही अपने-अपने धर्म पर कायम है। इसलिए हम श्री गुरू तेगबहादुर साहिब जी को ‘ हिन्द की चादर’ कहते है।कोछड़ ने कहा सारा देश सदैव श्री गुरू तेगबहादुर साहिब जी का श्रृणी रहेगा।
समागम की समाप्ती के बाद सारी संगत मे लंगर एवं मिष्ठान ग्रहण कर गुरू जी का शुक्रराना कीया।
आज के कार्यक्रम मे मुख्य रूप से गुरबचन सिह ढिल्लो,धीर सिंह,किशन छाबड़ा,अजीत सिंह,हरिमन्दिर मजीठीया,हरप्रीत सिह,बलबीर सिंह, ने सेवा निभाई।