मेरठ । परतापुर बाईपास स्थित मेरठ इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में चल रहे दस दिवसीय राज्य प्रशिक्षण शिविर में खिलाड़ी जमकर खो-खो की नई तकनीक सीख रहे हैं। खिलाड़ियों के कौशल को निखारने के लिए यह प्रशिक्षण दिया जा रहा है । खो-खो फेडरेशन ऑफ इंडिया के निर्देशन पर 10 दिवसीय राज्य प्रशिक्षण खो-खो शिविर का आयोजन मेरठ में किया गया। इस प्रशिक्षण शिविर में उत्तर प्रदेश खो खो इंटरिम कमेटी, मेरठ खो-खो एसोसिएशन, मेरठ इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी और उन्नत भारत अभियान के सहयोग से हो रहा है।
यह कैंप 17 मार्च से 26 मार्च तक मेरठ इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में आयोजित किया गया है। इस प्रशिक्षण शिविर में 30 महिला खिलाड़ी और 30 पुरुष खिलाड़ी प्रशिक्षण ले रहे हैं। खिलाड़ियों को 5 अनुभवी विशेषज्ञों की निगरानी में 10 दिनों की कड़ी ट्रेनिंग दी जा रही है। इसका मकसद बेहतरीन ट्रेनिंग और देखरेख के जरिये ऐसे एथलीट्स की पौध तैयार करना है, जो आने वाले समय में इस खेल के राष्ट्रीय से लेकर अंतरराष्ट्रीय चैंपियनशिप में प्रतिभा दिखा सकें। इसमें खिलाड़ियों के प्रदर्शन के उच्च स्तरीय आंकलन और वैज्ञानिक विश्लेषण के साथ साथ उनकी प्रगति पर नजर रखी जा रही है।
कैंप इंचार्ज अशोक कुमार त्रिपाठी ने बताया की खिलाड़ियों को आगामी दिनों में शुरू होने वाली राष्टीय स्तरीय खो-खो प्रतियोगिता में अच्छा खेल प्रदर्शन करने के लिए खेल शिक्षकों द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है। ताकि राष्टीय स्तरीय प्रतियोगिता में खिलाड़ियों को परेशानी का सामना न करना पड़े। उन्होंने बताया कि कोचिंग कैंप में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को हर सुविधा मुहैया करवाई जा रही है। मुझे पूरा विश्वास है,नेशनल लेवल पर उत्तर प्रदेश की खो-खो टीम सर्वश्रेष्ठ रहेगी।
यूपी कोऑर्डिनेटर के.के.एफ.आई रविकांत मिश्रा ने कहा की खिलाड़ियों को खेल मनोविज्ञान और खेल के दौरान टीम और खिलाड़ियों के बीच रणनीति तैयार करने की भी शिक्षा दी जा रही है। खो खो खेल तकनीकीओं से भरा हुआ है, इसलिए इस खेल में शामिल होने वाले सभी सूक्ष्मत्तम बिंदुओं का प्रशिक्षण के दौरान ध्यान रखा जा रहा है।