How to Avoid UPI Payment Fraud : यदि आप फोनपे (PhonePe), पेटीएम (Paytm), गूगलपे (Google Pay), एमेजॉनपे (Amazon Pay) जैसे उत्तर प्रदेशआई ऐप से पेमेंट लेते हैं तो आपको अलर्ट होने की आवश्यकता है। खासकर के तब जब आप मर्चेंट यानी कोई सर्विस प्रोवाइडर या दुकानदार हों। दरअसल, ठग एक नए ट्रिक से लोगों को चूना लगा रहे हैं। ठगी के इस नए ट्रिक को पेमेंट स्पूफ (Payment Spoof) कहते हैं। यह तरीका इतना शार्प है कि आपको पता भी नहीं चलता कि आप ठगे जा रहे हैं। आज हम आपको बताएंगे कि क्या है पेमेंट स्पूफ और आप इससे कैसे बच सकते हैं।
पेमेंट स्पूफ को समझें
पेमेंट स्पूफ पेमेंट के नाम पर एक धोखा है, जो लगता तो हूबबू सक्सेसफुल ट्रांजेक्शन जैसा है, लेकिन ऐसा हुआ नहीं होता। यानी ये किसी भी नामी पेमेंट ऐप (Payment App) के सक्सेसफुल ट्रांजेक्शन वाले पेज की तरह एक नकली पेज बना देता है। इससे सामने वाले को लगता है कि पेमेंट (Payment) हो गई है। यही स्पूफ का खेल है।
कैसे होता है फर्जीवाड़ा
इस फर्जीवाड़े (Fraud) को ऐप से किया जाता है। गूगल प्ले स्टोर (Google Play Store) पर ऐसे कई फेक पेमेंट ऐप (Fake Payment App) उपस्थित हैं। ठग इन ऐप का इस्तेमाल ही लोगों को चूना लगाने के लिए करते हैं। मान इन्हीं में से एक ऐप है फेक पे (Fake Pay)। जब आप इस ऐप को ओपन करेंगे तो आपके सामने एके पेज खुलेगा, जहां कई ऑप्शन होते हैं। ठग पहले ऑप्शन Go to Fake Pay पर क्लिक करते हैं। इसके बाद उनके सामने जो पेज खुलता है उसमें कुछ डिटेल डालनी होती हैं। जैसे कि नाम, यहां उस मर्चेंट का नाम लिख देते हैं जिसे पे करना है। इसके बाद उसका फोन नंबर लिखते हैं। फिर वो अमाउंट जिसका भुगतान करना है। इसके बाद डेट और टाइम का ऑप्शन होता है, जिससे आवश्यकता के हिसाब से एडजस्ट किया जाता है। सबसे लास्ट वाला ऑप्शन होता है यॉर वॉलेट बैलेंस। इसमें आप जो टाइप करते हैं वही क्लोजिंग बैलेंस दिखता है। इसे इस तरह एडिट किया जाता है ताकि किसी को संदेह न हो। इसके बाद ठग सब्मिट पर क्लिक करते हैं। इसे करते ही आपके सामने हूबबू असली उत्तर प्रदेशआई ऐप पर ट्रांजेक्शन सक्सेस का जो पेज खुलता है वही खुल जाता है। ठग इसे दिखाकर चंपत हो जाते हैं।
इस तरह बचें ऐसे फर्जीवाड़े से
आप कुछ सावधानी बरतें तो इस तरह की ठगी से बच सकते हैं। हम बता रहे हैं आपको कुछ टेक्निक, जिनका इस्तेमाल आपको करना चाहिए।
यदि आप मर्चेंट हैं तो पेमेंट के लिए अब स्पीकर डिवाइस लें। इससे कोई भी पेमेंट होने पर उसमें बोलता है कि आपको किस ने और कितना पेमेंट किया है। यदि स्पिकर डिवाइस नहीं ले सकते तो फोन में ही पेमेंट कन्फर्मेशन वाला ऑडियो ऑन रखें। इसमें कोई भी पेमेंट मिलने पर फोन में ऑडियो मैसेज आता है। यदि ऊपर बताए किसी ऑप्शन को नहीं कर सकते हैं तो कम से कम कई भी जाहीरि ट्रांजेक्शन का पेज दिखाता है तो उसे क्रॉहकीकतेक करें। क्रॉहकीकतेक करने के लिए अपने उत्तर प्रदेशआई ऐप पर जाकर देखें कि ऐसा कोई पेमेंट क्रेडिट हुआ है या नहीं। इस तरह की ठगी हो तो फऱौरन पुलिस को कम्पलेन दें।
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