मुजफ्फरनगर- राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान पर भाकियू की किसान महापंचायत में पूरा विपक्ष एकजुट होकर शामिल हुआ। विपक्ष के सभी बडे नेता अपने समर्थकों के साथ महापंचायत में भाग लेने पहुंचे। महापंचायत को लेकर वेस्ट यूपी समेत मुज़फ्फरनगर प्रशासन भी अलर्ट मोड़ पर रहा। महांपचायत में किसानों का ज़बरदस्त जनसैलाब उमड़ा। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत के आह्वान पर स्थानीय राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान में भारी जनसमूह इकट्ठा हुआ। किसानों के समर्थन में उतरे रालोद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी, पूर्व सांसद हरेंद्र मलिक, नरेश टिकैत आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह, कैराना के विधायक नाहिद हसन समेत दर्जनों बड़े चेहरे वहां पहुंचे। रालोद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व सांसद जयन्त चौधरी ने किसान महापंचायत को सम्बोधित करते हुए कहा कि यह संकट की घड़ी है और इस घड़ी में हम सबको एकजुटता का परिचय देना होगा। उन्होंने कहा कि यहां मौजूद आप सभी बुजुर्ग अच्छी तरह से जानते है कि चौ. चरण सिंह गरीब व किसानों के नेता थे तथा वो हमेशा गरीब किसान के हितों की बात करते थे। उन्होंने कहा कि यदि किसान मायूस होगा तो देश तबाह हो जायेगा। रालोद नेता जयन्त चौधरी ने कहा कि आप सबको मालूम है कि जब वे हाथरस प्रकरण पर पीडित पक्ष से मिलने व उसे न्याय दिलाने की मंशा से पहुचे तो उन पर लाठियां फटकारी गयी। यह हम सबके अस्तित्व की लडाई है यह लड़ाई अभी लम्बी लड़ी जानी है। उन्होंने पीएम मोदी पर निशना साधते हुए कहा कि इस पूरे प्रकरण में मोदी जी चुप्पी साधे हुए है। उन्होंने कहा कि किसान भगवान का रूप है मोदी जी को किसानों की समस्याओं के प्रति गम्भीर होना चाहिए। वहीं दूसरी ओर उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विषय में कहा कि योगी जी लव जिहाद व मुगलों की बात तो करते है लेकिन आज तक गन्ने का भाव सरकार द्वारा तय नहीं किया गया है। जयन्त चौधरी ने कहा कि अब चुप रहने से काम नहीं चलेगा। किसान विरोधी सरकार के खिलाफ एकजुट होना होगा। उन्होंने यह भी कहा कि गांव में आने पर भाजपा नेताओं का बहिष्कार होना चाहिए तथा मीठी बात करने वालो से बचना चाहिए ये लोग मीठी मीठी बाते करते हे जो किसान के साथ नहीं है वह देश का गद्दार है। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में भारतीय किसान यूनियन की महापंचायत में चौधरी नरेश टिकैत किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि आंदोलन जारी रहेगा उन्होंने कहा कि इस प्रकरण से किसान के सम्मान को ठेस पहुंची है। उन्होंने कहा कि समय समय पर सभी लोगों ने आपसी मतभेद भुलाकर एकजुटता का परिचय दिया है जयन्त चौधरी के साथ हुए हाथरस व 2002 की विशाल जनसभा आदि इसके उदाहरण है। चौ. नरेश टिकैत ने कहा की हमे भाजपा विधायक नंदकिशोर के व्यवहार का बुरा नहीं मानना चाहिए आज उन्ही की वजह इस आंदोलन के संजीवनी मिली है। भारतीय किसान यूनियन की महापंचायत में पहुंचे आम आदमी पार्टी से राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा किसान कभी लालकिले व तिरंगे का अपमान नहीं कर सकता है। संजय सिंह ने कहा पूर्वी उत्तर प्रदेश का बेटा हूं। दिल्ली और पूर्व का संदेश लेकर आया हूं। इस दौरान उन्होंने कहा हम काले कानूनों को वापस कराकर रहेंगे। सिंह ने कहा अगर राकेश टिकैत की गिरफ्तारी हुई तो हम भी जेल भर देंगे। मैंने माइक तोड़ा तो तुमने मुझे निलंबित किया। तुम किसानों की हड्डियां तोड़ रहे हो, किसान तुम्हें भी निलंबित करके रहेंगे। महावीर चौक के आसपास चारों तरफ ट्रेक्टर खडे रहे जिनसे रास्ता पूरी तरह से ब्लाक रहा। पंचायत के कारण चारों तरफ भाकियू, राष्ट्रीय लोकदल, सपा व कांग्रेस के कार्यकर्ता सिर पर टोपी लगाकर हाथों में झंडा लिए हुए दिखाई दियें। इस दौरान भारी पुलिस बल तैनात रहा। मंडलायुक्त एवी राजमौली, डीआईजी उपेंद्र अग्रवाल, डीएम सेल़्वा कुमारी जे, एस एस पी अभिषेक यादव, एस पी सिटी अर्पित विजयवर्गीय, सीओ सिटी कुलदीप सिंह के अलावा कई थाना प्रभारी भी अलग अलग जगह तैनात रहे। पंचायत में भाकियू अध्यक्ष नरेश टिकैत, रालोद नेता जयंत चौधरी, पूर्व सांसद हरेंद्र मलिक, पूर्व विधायक अनिल कुमार, पूर्व विधायक पंकज मलिक, सपा जिलाध्यक्ष प्रमोद त्यागी एडवोकेट, कांग्रेस जिलाध्यक्ष सुबोध शर्मा, रालोद जिलाध्यक्ष अजित राठी, पूर्व विधायक इमरान मसूद, विधायक नाहिद हसन, पूर्व विधायक नवाजिश आलम, पूर्व विधायक राजपाल बालियान, सोमपाल प्रधान, अभिषेक चौधरी, राकेश शर्मा, गौरव स्वरूप, निधिषराज गर्ग, भाकियू मंडल अध्यक्ष राजू अहलावत, पूर्व रालोद विधायक राजपाल बालियान, पूर्व मंत्री धर्मवीर सिह बालियान, सपा नेता चन्दन चौहान, पूर्व विधायक एवं सपा नेता अनिल कुमार, संजय राठी, पूर्व मंत्री महेश बंसल, श्यामपाल चेयरमैन, सपा नेता राकेश शर्मा आदि मौजूद रहे।