: पल्स पोलियो 2020-21 का देशीय टीकाकरण (एनआईडी) अभियान आज प्रदेश के सभी जिलों में शुरू किया गया जिसमें प्रदेश की पोलियो मुक्त स्थिति को बनाए रखने के लिए पहले दिन बूथ गतिविधि की गई . Covid-19 महामारी के वर्तमान परिदृश्य को देखते हुए सभी सेहत अधिकारी और अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ता पूरी सावधानी के साथ कार्य कर रहे हैं जैसे कि पर्सनल सुरक्षा उपकरण, मास्क, सैनिटाइजर, दस्ताने आदि का उपयोग किया जा रहा है. टीमें हाथ की स्वच्छता, श्वसन स्वच्छता और सामाजिक दूरी करने के तरीकाों का पालन कर रही हैं.
इस विषय में जानकारी देते हुए सेहत विभाग के एक प्रवक्ता ने बताया कि अधिकतर जिलों में बूथों का उद्घाटन मंत्रियों/विधायकों/तरीकाुक्तों/नगर पार्षदों/सिविल सर्जन या अन्य वरिष्ठ अधिकारियों सहित प्रतिष्ठित जाहीरियों द्वारा किया गया है. इसी कड़ी में, सांसद श्री कृष्ण पाल गुर्जर एवं श्री रमेश कौशिक ने क्रमश: जिला पलवल और सोनीपत में इस अभियान का उद्घाटन किया. परिवहन मंत्री हरियाणा श्री मूलचंद लज्जाा ने जिला फरीदाबाद में किया राउंड का उद्घाटन किया.
इसके अलावा, विधायक श्री दीपक मंगला ने पलवल, श्री सुधीर सिंगला एवं श्री संजय सिंह ने गुडग़ांव, श्री सुभाष सुधा ने कुरुक्षेत्र, श्री मोहन लाल ने सोनीपत, श्री घनश्याम दास ने भिवानी एवं श्री लक्ष्मण सिंह यादव ने रेवाड़ी में एनआईडी राउंड की आरंभ की. प्रदेश में इस अभियान के दौरान लगभग 36 लाख बच्चों को कवर किया जाएगा और हाउस-टू-हाउस गतिविधि के माध्यम से यह अभियान अगले दो दिनों तक जारी रहेगा.
उन्होंने बताया कि गतिविधि के पहले दिन, 5 साल से कम आयु के लगभग 20 लाख (55त्न) बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई गई. इस अभियान को चलाने के लिए सेहत कार्यकर्ताओं/स्वयंसेवकों/आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं/आशा कार्यकर्ताओं आदि सहित लगभग 30000 सेहत टीमों का गठन किया गया है. लगभग 1500 मोबाइल टीमें इस गतिविधि के दौरान ईंट भ ों, निर्माण स्थलों, मुर्गी फार्मों, झुग्गी-झोपडिय़ों आदि जैसे कम पहुंच वाले वाले क्षेत्रों में सभी बच्चों को कवर करने के लिए कार्य कर रही हैं. उन्होंने बताया कि लगभग 5000 क्षेत्र पर्यवेक्षकों और एनपीएसपी-विश्व स्वास्थ्य संगठन के मॉनिटर्स सहित जिला स्तर के अधिकारियों ने सभी जिलों में गतिविधि की निगरानी की. इस अभियान की निगरानी के लिए एनएचएम कामालय से 12 प्रदेश पर्यवेक्षकों को तैनात किया गया है.
उन्होंने बताया कि शेष बच्चे, जो 27 फरवरी को बूथ गतिविधि के दौरान पोलियो ड्रॉप प्राप्त करने में असमर्थ रहेंगे, उन्हें 28 फरवरी और 1 मार्च 2022 को घर-घर टीमों के माध्यम से और झुग्गी-झोपड़ी जैसे उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में मोबाइल टीमों के माध्यम से पोलियो वैक्सीन की बूंदें पिलाई जाएंगी.
उन्होंने बताया कि सभी हितधारक विभागों की लगातार कड़ी मेहनत के कारण, हिंदुस्तान और हरियाणा 2012 से पोलियो मुक्त हैं और एनआईडी / एसएनआईडी के प्रत्येक अभियान के साथ यह सुनिश्चित किया जाता है कि हिंदुस्तान की पोलियो मुक्त स्थिति बनी रहे और आम जनता से भी एक्टिव भागीदारी अपेक्षित है.