अपने उज्जवल भविष्य के लिए एमबीबीएस की पढ़ाई करने यूक्रेन गए बच्चों की पढ़ाई तो खतरे में पड़ ही गई है, वहीं उनकी जान पर भी बना आई है। जो विद्यार्थी-विद्यार्थीाएं यूक्रेन में फंसे हुए हैं उनके परिवार के लोग बहुत परेशान हैं। वहीं कुछ खुशनसीब हैं जो वापस अपने वतन आ चुके हैं। इनमें से एक यूपी के हाथरस जिले (Hathras District) के रहने वाले दीपेश वर्मा (Deepesh Verma) भी हैं।
दरअसल रूस और यूक्रेन (Russia Ukraine) के बीच छिड़े युद्ध की वजह से यूक्रेन में दशा असामान्य हो गए हैं। रूस की तरफ से की जा रही गोलाबारी, बमबारी से वह लोगों में दहशत फैल चुकी है। विद्यार्थी बंकरों में छुप कर अपनी जान बचा रहे हैं। उनके पास खाने-पीने के लिए भी पर्याप्त सामान भी नहीं है। ऐसे में वहां विद्यार्थी करे तो क्या करें। वह वतन लौटना चाहते हैं, जिसके लिए प्रबन्धएं की जा रहीं हैं।
कुछ ऐसा है हाल
दीपेश (Deepesh) ने बताया कि यदि दशा सुधारते हैं तो वहां जा कर आपना कोर्स पूरा करेगा। विद्यार्थी ने बताया कि उसके साथ 3 साथी और आए थे, लेकिन बहुत से साथी वहां रह गए हैं।वहां विद्यार्थी क्रिटिकल स्थिति में फंसे हुए हैं। यूक्रेन में फंसे साथियों ने दीपेश से वार्ता के दौरान बताया कि सायरन बजता है तो बंकर और बेसमेंट में विद्यार्थी छुपते हैं। इतने बनकर भी नहीं है कि सभी विद्यार्थी वहां रह सकें। खाने की भी बहुत समस्या है। दीपेश यूक्रेन एमबीबीएस (MBBS) की पढ़ाई करने के लिए नवंबर 2021 में गया था, उसकी की पहली वर्ष है।