जनपद में 55 हजार से अधिक किसानों का हुआ 03 अरब 86 करोड़ रूपये से ज्यादा का ऋण माफ
मेरठ दर्पण मेरठ-
भारत एक कृषि प्रधान देश है। कृषको की खुशहाली में ही देश की तरक्की है। केन्द्र व प्रदेश सरकार द्वारा अनेको कल्याणकारी योजनाएं कृषको के हितार्थ संचालित की जा रही है। जिसका सीधा लाभ उनको मिल रहा है। प्रधानमन्त्री किसान सम्मान निधि योजना में जनपद में 02 लाख से अधिक किसानों को लाभ दिया जा रहा है। 03 लाख से अधिक किसानों के मृदा स्वास्थ्य कार्ड बनाये गये है। 55 हजार से अधिक किसानों के 03 अरब 86 करोड रूपये से अधिक के ऋण माफ किया गये है तथा किसानों को सोलर फोटोवोल्टिक सिचाई पम्प व कृषि यन्त्रो पर अनुदान वितरण योजना का लाभ दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने वर्ष 2022 तक किसानों की आय दुगुनी करने का संकल्प लिया है।
यह जानकारी जिलाधिकारी अनिल ढींगरा ने दी। उन्होने बताया कि भारत सरकार द्वारा कृषको की आय बढाने हेतु प्रधानमन्त्री किसान सम्मान निधि (पी0एम0 किसान) योजना संचालित की गयी है, जिसमे समस्त कृषक परिवारो को प्रति वर्ष 6000.00 रूपये डायरेक्ट बेनीफिट ट्रान्सफर (डी0बी0टी0) के माध्यम से प्रदान किये जा रहे हैं, यह धनराशि 4-4 महीने के अन्तराल मे 02-02 हजार रूपये की तीन समान किस्तो मे प्रदान की जा रही है। प्रारम्भ में यह योजना लघु एवं सीमान्त श्रेणी के कृषको के लिए लागू की गई, वर्तमान में सभी श्रेणी के कृषको के लिए योजना संचालित है। योजनान्तर्गत 2,08,504 कृषको को लाभ दिया जा रहा है।
उन्होने बताया कि कृषको के जीवन स्तर में सुधार हेतु लघु एवं सीमान्त कृषको के एक लाख रूपये तक के ऋणो को उ0प्र0 सरकार द्वारा माफी प्रदान की गई है। ऋण मोचन योजनान्तर्गत 55554 किसानों का 03 अरब 86 करोड रूपये से अधिक का ऋण माफ किया गया है। उन्होने बताया कि कृषको को मशीनीकरण से जोडकर खेती को आधुनिक बनाने एवं फसलो के अवशेषो को खेतो में न जलाकर उनको खेतो में ही दबाकर कम्पोस्ट के रूप में प्रयोग करने के उददेश्य से चयनित कृषि यन्त्रो पर योजनान्तर्गत अनुदान कृषको को उपलब्ध कराया जा रहा है। अनेको किसानों को इस योजना का लाभ दिया जा रहा है।
उन्होने बताया कि प्रदेश के सभी कृषको को प्रत्येक तीसरे वर्ष उनके जोत/खेत का मृदा स्वास्थ्य काड्र्र उपलब्ध कराए जाने हेतु मृदा स्वास्थ्य कार्यक्रम का क्रियान्वयन सुनिश्चित किया गया है। वर्ष 2019-20 ब्लबसम.3 मे योजनान्तर्गत प्रत्येक विकास खण्ड से एक ग्राम का चयन माॅडल ग्राम के रूप में किया गया है। योजनान्तर्गत 304758 कृषको को मृदा स्वास्थ्य कार्डो का वितरण किया गया है।
उन्होने बताया कि कृषको को डीजल चालित पम्प सेट सिचाई व्यवस्था से निजात दिलाने के लिए सोलर फोटोवोल्टिक सिचाई पम्प योजना संचालित है जिसके माध्यम से सिचाई की लागत में कमी आती है कृषको को मुफ्त सिचाई का जल उपलब्ध होता है एवं पर्यावरण सुरक्षित रहता है। भारत व राज्य सरकार द्वारा पम्प स्थापना हेतु वर्ष 2020-21 से अधिकतम 60 प्रतिशत तक अनुदान देय है। अनेको किसानों को इस योजना का लाभ दिया जा रहा है।