भारत सरकार द्वारा वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान संगठन (SIRO) की मान्यता
शोभित विश्वविद्यालय एक शोध-गहन, बहु-अनुशासनात्मक विश्वविद्यालय है जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धी अनुसंधान के माहौल में उच्च गुणवत्ता वाले शिक्षण के मूल्यों को साझा करता है। जिसे वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान संगठनों (SIRO), 1988 की वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान संगठन (SIRO) की मान्यता पर योजना के तहत विज्ञान और औद्योगिक अनुसंधान विभाग (DSIR) द्वारा प्रतिष्ठित मान्यता प्राप्त हुई है।
इस सम्मान पर अपने विचार साझा करते हुए विश्वविद्यालय के कुलाधिपति कुंवर शेखर विजेंद्र ने कहा की शोभित विश्वविद्यालय को यह मान्यता अनुसंधान के मानकों में सुधार के लिए वैज्ञानिक अनुसंधान गतिविधियों को बढ़ावा देने और प्रोत्साहित करने के लिए एक शोध विश्वविद्यालय के रूप में हमारे मिशन और लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद करेगी।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉक्टर एपी गर्ग ने कहा कि मुझे बहुत खुशी हो रही है कि शोभित विश्वविद्यालय को हमारी अनूठी वैज्ञानिक उपलब्धियों और विशिष्ट अनुसंधान योगदानों की मान्यता में शिक्षण और विश्वविद्यालय के अनुसंधान और विकास के लिए उपयोग किए जाने वाले उपकरणों, उपभोग्य सामग्रियों आदि की खरीद पर जीएसटी छूट का लाभ उठाने में भी मदद करेगी। इससे हमें विभिन्न संगठनों से अनुदान प्राप्त करने में सुविधा होगी। उन्होंने इस उपलब्धि के लिए विश्वविद्यालय के सभी शिक्षकों एवं छात्रों को बधाई दी।
विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति प्रोफेसर डॉ जयानंद ने अपने वैज्ञानिकों एवं शोध के छात्रों को बधाई देते हुए कहा कि यह विश्वविद्यालय के लिए गौरवपूर्ण उपलब्धि है जिससे कालांतर में वैज्ञानिकों को शोध, पेटेंट तथा छात्रों को रोजगार परक बनाने में सहायता मिलेगी।
डीएसआईआर प्रोजेक्ट पर कार्य कर रहे विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ जयंत महतो ने बताया कि विश्वविद्यालय को एसआईआरओ की मान्यता मिलने के पीछे विश्वविद्यालय की
उत्कृष्ट वैज्ञानिक अनुसंधान अवसंरचना, उपकरण सुविधाएं, अनुसंधान गतिविधियां, सरकारी/गैर सरकारी एजेंसियों से अनुसंधान निधियां प्राप्त करना हैं। इसके अलावा प्रकाशनों, पेटेंटों, अंतरराष्ट्रीय/राष्ट्रीय सम्मेलनों, सेमिनारों, कार्यशालाओं आदि में उत्कृष्ट अनुसंधान आउटपुट मुख्य है। इस मान्यता के प्राप्त होने पर विश्वविद्यालय को विभिन्न सरकारी एजेंसियों से अनुसंधान निधि प्राप्त करने में मदद मिलेगी तथा अनुसंधान गतिविधियों और अनुसंधान आउटपुट मे और तेजी आएगी।