श्रीराम ठोलिया -सोने की लंका ढह गयी है ..भारत का पड़ोसी मुल्क इन दिनों आर्थिक बदहाली से जूझ रहा है। इन दिनों वहां की जनता भीषण महंगाई का सामना कर रही है। हालात इतने बुरे हो गए कि जनता मजबूर होकर सड़क पर उतर आई है। श्रीलंका सरकार के खिलाफ जबरदस्त हंगामा हो रहा है, कई लोगों के हिंसक प्रदर्शन में घायल होने की खबर है।
खबरों के मुताबिक, श्रीलंकाई जनता ने राष्ट्रपति भवन पर भी कब्जा जमा लिया है। उग्र प्रदर्शन के बीच श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे अपना आवास छोड़कर भाग गए हैं। श्रीलंका विगत कई दिनों से आर्थिक कंगाली व महंगाई से जूझ रहा है, यहां की जनता ने अब सरकार के खिलाफ बगावत का रूख अख्तियार कर लिया है। आइए जानते है कि लंका की कंगाली के पीछे की असली वजह क्या है?श्रीलंका में आर्थिक बदहाली का मुख्य कारण विदेशी कर्ज मे बढोत्तरी को बताया जा रहा है। जिसकी वजह से महंगाई की भयंकर मार श्रीलंका की जनता सह रही है। गौतरलब है कि श्रीलंका को ब्रिटेन से आजादी 1948 में मिली थी आजादी के 74 साल बाद श्रीलंका में सबसे बड़ा वित्तीय आपात माना जा रहा है।श्रीलंका में आर्थिक संकट के कारणों की बात करें तो सबसे पहला कारण चीन जैसे देशों का बाहरी कर्ज माना जा रहा है। बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, आलोचकों का मानना है कि गैर जरूरी इंफ्रास्ट्रक्टर के चलते कर्ज काफी बढ़ गया है। बताया जा रहा है कि श्रीलंका पर अभी करीब 51 अरब डॉलर का विदेशी कर्ज है।श्रीलंका में विगत कई महीनों से जरूरी चीजों की भारी किल्लत चल रही है। इसके पहले भी भीषण विद्रोह श्रीलंकाई जनता की तरफ से किया गया था, तब श्रीलंका के प्रधानमंत्री को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था। यहां तक जनता ने आक्रोश में आकर पूर्व पीएम का आवास भी आग के हवाले कर दिया था। श्रीलंका की स्थिति बिगड़ती ही जा रही है। लोगों के खाद्य सामग्री से लेकर ईंधन तक को लेने के लिए लंबी लाइन लगाना पड़ रहा है।
पेट्रोल-डीजल के लिए तो लाइन लगाकर वहां की जनता परेशान हो चुकी। पेट्रोल-डीजल के दाम आसमान छू रहे हैं। हर नागरिक के पहुंच से भी पेट्रोल-डीजल दूर हो गया है। लोग भुखमरी की कगार पर पहुंच गए है। श्रीलंका की स्थिति इतनी बिगड़ गई कि देश में आर्थिक आपातकाल लगाना पड़ा। शांति व्यवस्था कायम करने के लिए आर्मी को जनता के बीच जरूरी सामान बांटने के लिए लगाया गया है। श्रीलंका पूरी तरह से दिवालिया होने की कगार पर आ खड़ा हुआ है