परसेवा से होगा मानव का कल्याण: सिद्धगुरु
बिनौली: जिवाना गुलियान के नीलकंठ आश्रम में चल रहे यजुर्वेद पारायण महायज्ञ शनिवार को पूर्णाहुति के साथ सम्पन्न हुआ। जिसमें श्रद्धालुओं ने वेदमंत्रों के उच्चारण के साथ आहुति देकर राष्ट्र कल्याण की कामना की।
इस अवसर पर श्रद्धालुओं को उपदेश देते हुए सिद्धगुरु महाराज ने कहा कि सेवा से बढ़कर जीवन मे कोई पुण्य नही है। परहित करना मानव का सदगुण है। इसलिए हम सबको परसेवा करते हुए अपने मानव जीवन रूपी यज्ञ को सफल बनायें। परमात्मा का सुबह शाम स्मरण करते हुए स्तुति करनी चाहिए। नर से नारायण बनने के लिए परमात्मा की नित्य स्तुति करनी चाहिए। मुख्य अतिथि पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ.सत्यपाल सिंह ने कहा कि अच्छे संस्कारो को आत्मसात कर वेदानुकूल आचरण करने से जीवन सुखमय बनेगा। आचार्य चंद्रमणि याग्निक, आचार्य अमित शास्त्री व अंकुर भारद्वाज ने वेदपाठ के साथ भजन प्रस्तुत किए। कई प्रांतों से आये सैंकड़ो श्रद्धालुओ ने आहुति देकर राष्ट्र कल्याण की कामना की। इस अवसर पर देश खाप चौधरी सुरेंद्र सिंह पूर्व सीओ धर्मवीर सिंह मलिक, मलकपुर शुगर मिल यूनिट हेड विपिन चौधरी, चरण सिंह टिकैत, गगन धामा, महेशचंद जैन, अमन सिंह, उपेंद्र प्रधान, बलराम सोलंकी, सीपी कथूरिया आदि मौजूद रहे।