दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे का चौथा चरण यानी मेरठ से डासना को अब जल्द से जल्द वाहनों के लिए खोला जाना है। आम वाहनों के लिए खोलने से पहले उसकी जांच की गई है। एक्सप्रेस वे सभी तरह की जांच में पास हो गया है। यानी कि अब वाहन फर्राटा आसानी से भर सकेंगे। कोई भी एक्सप्रेसवे हो या हाईवे उसकी जांच हो जाने के बाद ही उसे आम वाहनों के लिए खोला जाता है। इसमें कई जरूरी जांच शामिल होती हैं, ताकि भविष्य में कोई दुर्घटना या कमी सामने न आए।
एक्सप्रेस वे की जांच पहले बंप इंडिगेटर से की गई। इस मशीन से यह देखा जाता है कि कहीं पर ऐसा तो नहीं कि वाहन के चलने पर झटका महसूस हो। इस मशीन की जांच में एक्सप्रेस वे पूरी तरह से फिट पाया गया है। सिर्फ इतने भर से ही जांच पूरी नहीं हो जाती। इसके बाद एनबीएच मशीन से जांच की गई। यह मशीन झटका, क्रेक और सड़क की चौड़ाई, समतलीकरण की विधिवत जांच करता है।
यह मशीन गुजरती है वहां वहां की रिपोर्ट मशीन देती जाती है। इसमें भी कोई कमी नहीं पाई गई है। इस जांच के बाद एक्सप्रेस-वे को पूरी तरह से फिट मान लिया गया है। इसकी रिपोर्ट एनएचएआइ को भेज दी गई है। जिससे अब इसको खोले जाने को लेकर कोई भी तकनीकी अड़चन सामने नहीं आने वाली। अब सिर्फ मंत्रालय से इसके लोकार्पण की तिथि या फिर इसको बिना लोकार्पण के ही खोले जाने की तिथि निर्धारित होनी है। बहरहाल 16 मार्च के बाद कोई भी तिथि इसको खोलने की तय हो सकती है।