स्त्री की आंतरिक शक्ति को प्रकृति भी स्वीकार करती है – प्रो॰ विमला

मेरठ। परतापुर बाईपास स्थित मेरठ इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस अवसर में महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलंबन के लिए “मिशन शक्ति” विशेष अभियान के अंतर्गत सेमिनार का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि मोदीनगर विधायक मंजू सिवाच, विशिष्ट अतिथि सीसीएस यूनिवर्सिटी की प्रो वाइस चांसलर प्रो वाई विमला, गायनेकोलॉजिस्ट योगिता करवाल, ब्रह्मा कुमारीज सेंटर हेड सिस्टर श्वेता, समाज सेविका सीमा वर्मा,एमआईईटी ग्रुप के चेयरमैन विष्णु शरण, वाइस चेयरमैन पुनीत अग्रवाल, डायरेक्टर डॉ आलोक चौहान, प्रिंसिपल डॉ हिमांशु शर्मा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर किया। मोदीनगर विधायक ने कहा कि हमारी सरकार में महिलाओं को जो सम्मान मिला है, वह अभी तक किसी सरकार में नहीं मिला है। महिलाओं के लिए उज्ज्वला योजना, आयुष्मान कार्ड और विभिन्न प्रकार की राज्य योजनाएं चलाकर उत्तर प्रदेश महिलाओं के लिए सबसे उत्तम प्रदेश बनकर सामने आया है।
प्रो॰ विमला ने कहा कि महिला दिवस एक दिन का समारोह नहीं है हर दिन स्त्री का दिन है। साहित्य में लेखक अपनी भावनाओं की अभिव्यक्ति की प्रकार संप्रेषित करते हैं यह महत्वपूर्ण है। विमर्श भी वही कर पाता है जिसके पास कोई दृष्टिकोण होगा। पुरुष स्त्री विरोधी नहीं उसका साथी है। पिता के संस्कारों की कठोरता संतान को गढ़ती है। माँ का ममत्व स्त्री की शक्ति है। क्योंकि वह संतान को पालती पोषती है, स्त्री की आंतरिक शक्ति को प्रकृति भी स्वीकार करती है, तभी प्रकृति ने स्त्री को चुना।