रविवार दोपहर ढाई बजे सरधना विधानसभा के कैली गांव में आयोजित किसान महापंचायत में प्रियंका गांधी किसानों के मन को टटोलने पहुंचीं, जहां उन्होंने क्षेत्र की जनता से कांग्रेस को मजबूत करने के लिए आशीर्वाद मांगा। मेरठ पहुंचने के दौरान रास्ते में दर्जनों स्थानों पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस महासचिव का स्वागत किया।
प्रियंका गांधी ट्रैक्टर में सवार होकर मंचस्थल तक पहुंची और क्षेत्र की जनता का अभिवादन किया। उन्होंने मंच से किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि यह मेरठ की धरती है। यहीं से स्वतंत्रता संग्राम का पहला विद्रोह शुरू हुआ। उस आजादी की लड़ाई में किसान शामिल रहे। हजारों किसान आंदोलन में जुटे। बहुत लोग शहीद हुए।
अंग्रेजी साम्राज्य किसानों को परेशान कर रहा था। भाजपा की सरकार भी किसानों का शोषण कर रही है। ऐसे कानून हैं जिससे आपकी कमाई ठीक से नही मिल पाएगी। ये कृषि कानून बड़े उद्योगपतियों को लाभ देगा। तीनों कृषि कानून में खरबपति और दूसरी तरफ आप, तो आपको क्या लाभ मिलेगा?
कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने अपने 25 मिनट के भाषण में किसानों पर फोकस किया। उन्होंने जहां किसानों का समर्थन किया वहीं गांव देहात के लोगों से भी आग्रह किया कि वह सरकार के खिलाफ एकजुट हो जाएं। उन्होंने कहा कि मेरठ से पहला स्वतंत्रता संग्राम का विद्रोह शुरू हुआ था।
हमारे देश को आजादी किसानों ने दिलाई हजारों किसान आंदोलन में थे, बहुत शहीद हुए भाजपा की सरकार किसानों का उत्पीड़न कर रही है। तीन काले कानून भाजपा लाई है। पहला कानून बड़े उद्योगपति को जमाखोरी की इजाजत देता है। दूसरा कानून मंडियो मैं सरकारी मंडी को टैक्स लगाने और प्राइवेट मंडी को टैक्स की छूट देने के लिए है। तीसरा कानून उद्योगपति किसानों से सौदा करने के बाद मना कर सकता है।
तीनों कानूनों में सिर्फ उद्योगपति की ही चलेगी। कानूनों को बनाने से पहले किसी किसान से नहीं पूछा गया आज 100 दिन पूरे हो गए किसान दिल्ली के बॉर्डर पर है। किसानों ने देश को आजादी दिलाई किसानों के पास संसाधन की कमी हो सकती है। लेकिन हिम्मत की कमी नहीं है। देश के प्रधानमंत्री किसानों का आदर नहीं करते हैं। प्रधानमंत्री को विदेशों में घूमने की तो फुर्सत है। लेकिन किसानों से बात करने की फुर्सत नहीं है। सरकार को उद्योगपति चला रहे हैं। प्रधानमंत्री के दो मित्र हैं।
अपराधिक प्रदेश बन गया उत्तर प्रदेश:लल्लू
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय सिंह उर्फ लल्लू ने कांग्रेस की आयोजित हुई किसान पंचायत में बोलते हुए कहा कि तीन काले कानून के खिलाफ किसान 101 दिन से धरने पर बैठे हैं। 200 से अधिक किसान शहीद हो गए लेकिन आज तक सरकार ने किसानों से उनकी समस्या को हल करने के लिए बात नहीं की है। प्रियंका गांधी किसानों के बीच में आई है। वह किसानों के साथ हैं। कांग्रेश किसानों को झुकने नहीं देगी। आज किसान की रोजी रोटी और बेटी का सवाल है। उत्तर प्रदेश की सरकार का दावा था कि वह 14 दिन में गन्ने का भुगतान करेगी। लेकिन किसानों से किया यह वायदा झूठा साबित हुआ है।उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने 2017 में किसान स्मर्ध योजना चलाई थी। लेकिन 4 वर्ष गुजर गए आज तक इस योजना की एक बैठक तक नहीं हुई है। डीजल पेट्रोल गैस के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। किसानों को बजट में कुछ नहीं दिया गया है किसानों के आलू का दाम₹7 रुपए 25 पैसे निर्धारित किया गया है। उन्होंने उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर भी सवाल उठाए और मेरठ के एक व्यापारी की हत्या का 2 माह के बाद भी खुलासा नहीं होने की बात को भी पुरजोर ढंग से उठाया। उन्होंने कहा कि आज उत्तर प्रदेश अपराधिक प्रदेश हो गया है। इन सभी मुद्दों पर कांग्रेस सरकार को घेरने का काम कर रही हो और आगे भी करती रहेगी।
दोनों मित्र ही सरकार चला रहे हैं। प्रियंका गांधी ने कहा कि बिजली पेट्रोल डीजल के दाम लगातार बढ़ रहे हैं, लेकिन सरकार का इस तरफ ध्यान नहीं है देश में 15 हजार करोड़ रुपए गन्ने का बकाया है। जबकि उत्तर प्रदेश में 10000 करोड रुपए किसानों के गन्ने का बकाया है। प्रधानमंत्री ने दो हवाई जहाज 16000 करोड रुपए के खरीदे हैं। जबकि किसानों का बकाया 15000 करोड रुपए है।
संसद के सौंदर्यीकरण के लिए 20000 करोड रुपए की राशि को स्वीकृति दी है, लेकिन किसानों के गन्ने का भुगतान करने का कोई मकसद नहीं है। इस सरकार को किसान ही बदल सकते हैं। उन्होंने कहा कि मेरे भाई राहुल गांधी ने संसद भवन में शहीद हुए किसानों के लिए 2 मिनट का मौन रखने की बात कही, लेकिन सरकार के किसी भी सांसद ने मौन नहीं रखा है।सभी विपक्ष के दलों के सांसदों ने मौन रखा है।
प्रधानमंत्री ने किसानों को आंदोलन जी वी और परजीवी कहां है। यह किसानों का अपमान है। अब किसानों को सरकार को समझना होगा। सभी किसानों को गांव-गांव में आंदोलन करना होगा अपने हक के लिए किसानों को लड़ना होगा। कांग्रेस किसानों के साथ है। किसानों की जब भी जरूरत होगी।
कांग्रेस उनके साथ खड़ी होगी। प्रियंका गांधी ने कहा कि जब तक उनकी सांस है। वह किसानों के लिए लड़ाई लड़ती रहेंगी। सरकार को कानून वापस लेने होंगे क्योंकि, सरकार के इन तीनों कानूनों का वह मरते दम तक विरोध करेगी।