मेरठ। जनपद हापुड़ के एक अस्पताल से वेंटिलेटर पर जाने के बाद रेफर होकर मेरठ के लोकप्रिय अस्पताल में आए 15 वर्षीय एक बच्चे को लोकप्रिय अस्पताल के विख्यात शिशु रोग विशेषज्ञ डा. भारत सुखीजा ने जीवनदान देते हुए अचेत बच्चे की जान बचाई। डा0 भारत सुखीजा ने बताया कि पांच दिन पहले हापुड के एक निजी अस्पताल से 15 वर्षीय शनि कुमार पुत्र नरेन्द्र कुमार अचेत स्थिति में लोकप्रिय अस्पताल के शिशु केन्द्र में भर्ती हुआ, जहां बच्चे के शरीर में केवल हल्की दिल की धड़कन चल रही थी और सांस लेने में भी बच्चे को कठिनाई आ रही थी एवं शरीर का बाकि हिस्सा पूरी तरह अचेत था जिसके कारण बच्चें को वेंटिलेटर पर रखा गया लेकिन बच्चे के अचेत होने के कारण का पता नही चल सका।
डा0 भारत सुखीजा ने बच्चे की स्थिति का संपूर्ण संज्ञान लेकर अपने कुशल चिकित्सीय अनुभव का परिचय देते हुए बच्चे को सांप के जहर को खत्म करने वाली दवाई दी जिसमें 20 शीशी चढ़ाई गई इससे तुरन्त बच्चे के शरीर में गतिविधि होनी शुरू हो गई। इसी तरह बच्चे को दवाई का असर होने पर सांप के काटने का संपूर्ण इलाज दिया गया जिससे बच्चा धीरे धीरे होश में आ गया, बच्चे के सामान्य होने पर वेंटिलेटर को हटा लिया गया। होश में आने पर बच्चे ने बताया कि पांच दिन पूर्व उसके सीधे हाथ में सांप ने काट लिया था जिसकी वजह से वह फौरन बेहोश हो गया था। वहीं बेहोश होने पर बच्चे के परिजनों को बेहोशी के कारण का पता नही चल सका और हापुड के डाक्टर भी बच्चे के अचेत होने की स्थिति व कारण को समझ नही पाएं और इसी लिये उन्होंने बच्चे के इलाज में असमर्थता प्रकट करते हुए मेरठ के लोकप्रिय अस्पताल में रेफर कर दिया।
डा.भारत सुखीजा ने बताया कि केस बहुत कठिन था क्योंकि यह पता लगाना कि बच्चे को क्या बीमारी है या कोई चोट लगी है या फिर किसी जीव आदि ने काट लिया हो इस प्रकार की सभी स्थिति स्पष्ट नही हो पाई साथ ही बच्चे के परिजनों को भी अचेत होने के कारण का पता नही चल पाया। बच्चे की स्थिति से अवगत होकर डा. भारत सुखीजा ने अपने कुशल चिकित्सीय अनुभव का प्रयोग करते हुए बच्चे को सांप के काटने का अतिरिक्त इलाज दिया जिसका तुरन्त असर होना शुरू हो गया और बच्चे की जान बचाई जा सकी। उन्होंने बताया कि बच्चे के शरीर पर सांप के काटने का निशान नही था जिसके कारण यह पता लगाना बहुत मुश्किल भरा रहा कि बच्चों को सांप या किसी दूसरे जीव ने काटा है। पूरी तरह स्वस्थ होन पर सोमवार दोपहर बच्चे को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई, इस दौरान बच्चे के परिजनों ने डा.भारत सुखीजा सहित लोकप्रिय अस्पताल का आभार प्रकट करते हुए सभी को धन्यवाद दिया।
लोकप्रिय अस्पताल के निदेशक डा. रोहित रविन्द्र ने शिशु रोग विशेषज्ञ डा. भारत सुखीजा को बधाई देते हुए कहा कि जिस प्रकार सांप के काटने से अचेत होकर मौत के करीब पहुंच चुके 15 वर्षीय शनि कुमार की जान बचाई गई है वह बड़े गर्व की बात है। उन्होंने बताया कि लोकप्रिय अस्पताल में अनुभवी डाक्टरों की टीम के द्वारा विश्वस्तरीय आधुनिक तकनीक से इलाज किया जाता है और वर्तमान में हर प्रकार की चिकित्सीय सुविधा लोकप्रिय अस्पताल में 24 घंटे उपलब्ध है।