मेरठ- पर्यावरण एवं स्वच्छता क्लब द्वारा गांधी अध्ययन केंद्र के सहयोग से इस्माइल नेशनल पीजी(महिला) कॉलेज में वर्तमान समय में “मातृभाषा की स्थिति एवं आवश्यकता” विषय पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया।
क्लब निदेशक आयुष गोयल व पीयूष गोयल ने बताया अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस मनाने का उद्देश्य लोगों को अपनी मातृभाषा से जोड़ना है उन्होंने बताया कि जन्म लेने के बाद मानव जो प्रथम भाषा सीखता है उसे उसकी मातृभाषा कहते हैं मातृभाषा किसी भी व्यक्ति की समाजिक एवं भाषाई पहचान होती है
प्राचार्य हुमा मसूद ने कहा अपनी मातृभाषा को सम्मान देना हमारा कर्तव्य है।विशिष्ठ अतिथि राष्ट्रीय युवा कवि प्रशांत अग्रवाल ने कहा कि
“मात्र भाषा नहीं है हिंदी” ,हम सब की मातृभाषा है,
प्रेम, भाव,समर्पण, श्रद्धा, टूटे दिल की आशा है।
भारत जैसा गौरवमयी इतिहास नहीं मिल सकता है,
ढूंढने से भी किसी देश के पास नहीं मिल सकता है।
डॉक्टर दीपा त्यागी विभागअध्यक्ष हिंदी विभाग इस्माइल डिग्री कॉलेज ने कहा कि हिंदी हमारी मातृभाषा है हिंदी भावनाओं की भाषा है।
डॉ ममता सिंह ने कहा कि मातृभाषा हमारी संस्कृति की रक्षक होती है मातृभाषा के बिना किसी भी देश कि संस्कृति का विकास संभव नही है
आकांक्षा, आकशा, फाकिया, सुमन वर्मा अमायरा ने अपने विचार व्यक्त किए।
डॉ बबीता शर्मा डॉ दीप्ति कौशिक,डॉ निगहत सैयद, डॉ सोनिया गुप्ता डॉ दिशा दिनेश डॉ कविता गर्ग,बबिता शर्मा, दीप्ति कौशिक उपस्थित रहे।