गाजियाबाद। तीन कृषि कानूनों को रद कराने की मांग को लेकर पिछले 2 महीने से भी अधिक समय से चल रहा धरना प्रदर्शन जारी है। आज शनिवार को भी सिंघु, टीकरी और यूपी बॉर्डर पर हजारों की संख्या में किसान अपनी मांगों को लेकर फिर से एकत्र होने लगे हैं। नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली-हरियाणा और उत्तर प्रदेश की सीमाओं पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है। इस बीच विरोध की कड़ी में आंदोलनकारी किसान राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर आज शनिवार को भूख हड़ताल पर बैठेंगे। शनिवार का दिन ’सद्भावना दिवस’ के रूप में मनाया जाएगा। इस दौरान किसान सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक उपवास ऱख रहे हैं।
वहीं, उत्तर प्रदेश पुलिस के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर का कहना है कि पिछले दिनों गाज़ीपुर बॉर्डर पर सुरक्षा तैनाती बढ़ा दी गई थी कि कोई भी बदमाश विरोध में प्रवेश न करे और हंगामा न करे। वहीं, कुछ लोगों ने धारणा बनाई कि हम बल प्रयोग करने जा रहे हैं। हमने कहा कि निष्कर्ष पर आने से पहले हम चर्चा करेंगे और यह चल रहा है।
यूपी गेट के गाजीपुर बॉर्डर पर स्वराज अभियान के प्रमुख एवं किसान प्रतिनिधि योगेंद्र यादव ने कहा कि किसानों को आज देशद्रोही कहा जा रहा है। कभी अगर ऐसा हुआ तो इस देश को कोई बचा नहीं पाएगा। किसान आंदोलन स्थल के मंच से शुक्रवार को उन्होंने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि अपना संघर्ष जारी रखना है।