नई दिल्ली। राष्ट्रीय लोकदल के उपाध्यक्ष तथा पूर्व सांसद जयंत चौधरी भाकियू नेता राकेश टिकैत से मिलने अभी कुछ देर पहले गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे। दोनों नेताओं ने किसान आंदोलन को लेकर बातचीत की। जयंत चौधरी ने राकेश टिकैत की कुशलक्षेम पूछी तथा किसान आंदोलन को हरसंभव सहयोग देने का ऐलान किया।
किसानों का आंदोलन एक बार फिर रफ्तार पकड़ता हुआ दिख रहा है. गणतंत्र दिवस की हिंसा के बाद आंदोलन में जो ढिलाई आई थी, वो बीते दिन गाजीपुर सीमा पर मचे संग्राम के बाद दूर हुई है. राकेश टिकैत के आंसुओं के सैलाब से किसानों में जोश आया है. पश्चिमी यूपी और हरियाणा के अलग-अलग इलाकों से किसान गाजीपुर बॉर्डर पर जुटने लगे हैं. एक बार फिर किसानों के आंदोलन में लंगर शुरू हो गया है. वहीं, आज देशभर की निगाहें मुजफ्फरनगर में होने वाली महापंचायत पर भी है।
किसान आंदोलन को लेकर सरकार और किसानों के एक गुट के बीच तनातनी और बढ़ गई है. दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर देर रात चले हाईवोल्टेज ड्रामे के बाद पुलिस खाली हाथ लौट गई. यहां पुलिस के अलावा रैपिड एक्शन फोर्स भी तैनात की गई थी. रात 1 बजे पुलिस फोर्स यहां से चली गई. इसके बाद आंदोलनकारियों ने राहत की सांस ली.माना जा रहा है कि राकेश टिकैत के आंसुओं के कारण केंद्र और यूपी सरकार बैकफुट पर आ गई हैं. इस बीच किसान अब अपना आंदोलन और तेज कर रहे हैं।
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