देश की सेना का नाम हो, आई0एन0ए0 यानि भारतीय राष्ट्रीय सेना – डा. अतुल कृष्ण
मेरठ। स्वामी विवेकानन्द सुभारती विश्वविद्यालय के कुलपति सभागार में राष्ट्रीय सेना दिवस के अवसर पर सुभारती विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों में कार्यरत सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारियों के सम्मान हेतु विशिष्ट सभा का आयोजन किया गया।
सुभारती विश्वविद्यालय के संस्थापक डा. अतुल कृष्ण ने सभी सैन्य अधिकारियों को ‘‘जय हिन्द‘‘ के उद्घोष के साथ सलामी देते हुए अपने अद्भ्य साहस और शोर्य से मॉ भारती की रक्षा करने वाले देश के वीर सैनिकों को भारतीय सेना दिवस की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि आज का दिन गर्व की अनुभूति करने का दिन है क्योंकि आज ही के दिन 1949 में अंतिम ब्रिटिश कमांडर फ्रांसिस बुचर से भारतीय सेना के पहले कमांडर के रूप में जनरल केएम करियप्पा ने भारतीय सेना की कमान संभाली थी। उन्होंने कहा कि जनरल केएम करियप्पा ने हौसलें और जनून से युद्ध में पाकिस्तान की सेना को रौंद दिया था और परिपक्वता के साथ भारतीय सेना का नेतृत्व करते हुए सेना को मजबूती प्रदान की थी। उन्होंने कहा कि जनरल करियप्पा द्वारा आई0एन0ए0 द्वारा प्रयोग किए गए सम्बोधन ‘‘जय हिन्द‘‘ को भारतीय सेना में स्वीकार्यता प्रदान करते हुए अपनाया था। देश पर बलिदान होने वाले सैनिकों के प्रति सही श्रद्धांजलि तभी होगी जब भारतीय सेना का नाम आई0एन0ए0 यानि भारतीय राष्ट्रीय सेना किया जाए। उन्होंने कहा कि यह उनका प्रस्ताव है जिसे विधिवत रूप से भारत सरकार को भेजा जा रहा है।
उन्होंने विशेष बताया कि सुभारती विश्वविद्यालय में भारती सेना के वीरों को सर्वोच्च सम्मान दिया जाता है और देश के लिये बलिदान देने वाले शहीद सैनिकों के परिवारों को सम्मान देकर उनके उत्थान हेतु कार्य किये जा रहे है। इसी क्रम में सुभारती विश्वविद्यालय में बड़ी संख्या में सेना के विभिन्न पदों से सेवानिवृत्त होकर सैन्य अधिकारी अपनी सेवाएं दे रहे है इसमें बड़े गर्व की बात यह है कि सुभारती विश्वविद्यालय के कुलपति डा.वी.पी. सिंह ने बतौर ब्रिगेडियर रहते हुए भारतीय सेना में अपनी सेवाएं दी है जो अब विश्वविद्यालय के कुलपति के रूप में विद्यार्थियों का नेतृत्व करके उनमें देशभक्ति की भावना को जाग्रत कर रहे है। उन्होंने सभी सैनिकों को राष्ट्रीय सेना दिवस की शुभकामनाएं देते हुए देशहित में कार्य करने की अपील की।
सुभारती विश्वविद्यालय के कुलपति ब्रिगेडियर डा. वी.पी. सिंह ने कहा कि एक सैनिक की भांति देश के हर नागरिक में देश सेवा हेतु समर्पण की भावना होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सुभारती विश्वविद्यालय शिक्षा, सेवा, संस्कार एवं राष्ट्रीयता की भावना से देश को हर स्तर से सशक्त बनाने हेतु प्रतिबद्ध है और विशेष रूप से भारतीय सेना का सम्मान करके शहीदों के परिजनों के साथ हमेशा खड़ा है। उन्होंने बताया कि अभी पिछले दिनों पंजाब के एक गांव में शहीद सेना के जवान की मॉ मजदूरी करके अपनी जीवन यापन कर रही थी जिस पर सुभारती विश्वविद्यालय ने तुरन्त संज्ञान लेकर शहीद की मॉ का पक्का घर बनवाया। इसके अलावा पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों के परिवारों के उत्थान हेतु प्रधानमंत्री राहत कोष में विश्वविद्यालय द्वारा 17 लाख रूपये की धनराशि जमा कराई गई। उन्होंने सभा में उपस्थित सभी सैन्यकर्मियों को शुभकामनाएं देते हुए राष्ट्रीय सेना दिवस की बधाई दी।
इस मौके पर एक्स कैप्टन डा. गीता परवन्दा, कर्नल देवेन्द्र स्वरूप, सूबेदार नरेश कुमार, सूबेदार महेन्द्र कुमार, सूबेदार जगबीर सिंह, अवधेश त्यागी, सुरेन्द्र सिंह, अनिल कुमार, प्रशासनिक अधिकारी हर्षवर्धन कौशिक आदि उपस्थित रहे।