मेरठ। स्वामी विवेकानन्द सुभारती विश्वविद्यालय के नन्द लाल बोस कॉलिज आफ फाईन आर्ट एंड फैशन डिजाईन के परफार्मिंग आर्टस डिपार्टमेंट में एक दिवसीय ई- गेस्ट लेक्चर आयोजित किया गया। ई- गेस्ट लेक्चर का विषय -‘‘दि इंपार्टेन्स आफ मेनस्ट्रीम आर्टस एजुकेशन इन दि 21 सेन्चुरी‘‘ रहा। इस व्याख्यान का वक्तव्य प्रख्यात भरतनाट्यम कलाकार पद्मश्री प्रतिभा प्रहलाद जी द्वारा दिया गया। प्रतिभा जी एक भरतनाट्यम नर्तक, शिक्षक, कोरियोग्राफर, कला प्रशासक और लेखक है। संगीत में इनके योगदान के लिए भारत सरकार ने इन्हें 2016 में पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया है । इस ई-गेस्ट लेक्चर में 200 प्रतिभागीयों ने रजिस्ट्रेशन किया व पूरे देश से लगभग 2000 दर्शक इस कार्यक्रम से आनलाईन माध्यम से जुडे़ तथा प्रतिभा जी के व्याख्यान से लाभान्वित हुए।
कार्यक्रम का शुभारम्भ कॉलिज डीन प्रो. डॉ. पिन्टू मिश्रा व विभागाध्यक्षा प्रो. डॉ. भावना ग्रोवर द्वारा सरस्वती मां की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर किया गया। संगीत की छात्राओं द्वारा सरस्वती वंदना प्रस्तुत की गयी। डॉ. भावना ग्रोवर ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए पद्मश्री प्रतिभा प्रहलाद जी का स्वागत किया व उनका आत्मपरिचय दर्शको से कराते हुए व्याख्यान आरम्भ किया। प्रतिभा जी ने विवेकानन्द जी के अनेकानेक सिद्धांतो के उदाहरण देते हुए आर्टस एजूकेशन को निरूपित किया। उन्होंने भारतीय मूल्यों, कला व संस्कृति की महत्ता को बताते हुए मिथ और मिथ्या के अन्तर को स्पष्ट किया। उन्होनें विवेकानन्द, सुकरात, अरस्तु आदि विद्वानो के विचारो को संदर्भित करते हुए सत्य असत्य के भेद को समझाया। ‘‘एकम सत वीप्रा बहुदा वदन्ति”, ‘‘ब्रह्य सत्यम् जगत मिथ्यम्” आदि के बारे में समझाते हुए कहा आर्ट इज द ब्रेथ आफ लाईफ।
प्रतिभा जी ने संगीत विषय व शिक्षा पर विस्तार से जानकारी प्रदान की । जिससे संगीत विषय के छात्र व छात्राओं के अतिरिक्त संगीत से जुडे़ अन्य व्यक्ति भी लाभान्वित हुए।
कार्यक्रम के अन्त में सुभारती विश्वविद्यालय के कुलपति ब्रिगेडियर डॉ. वी. पी. सिंह ने अपने सम्बोधन में कार्यक्रम व प्रतिभा जी के उत्कृष्ट वक्तव्य की सराहना करते हुए परफार्मिंग आर्टस डिपार्टमेंट को शुभकामनायें दी। कार्यक्रम का समापन कॉलिज के डीन प्रो. डॉ. पिन्टू मिश्रा ने धन्यवाद ज्ञापन देकर किया।