मेरठ। सुबह तीन बजे से हो रही रूक-रूककर बारिश और अधिकतम तापमान 21 डिग्री पहुंचने से पिछले 15 सालों का रिकार्ड मेरठ में मौसम ने तोड़ दिया। मौसम विभाग के अनुसार इस समय दिन में भी बारिश के पूरे आसार बने हुए हैं। वहीं बारिश के चलते लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। मौसम में यह परिवर्तन वेस्टर्न डिस्टरवेंस के चलते हो रहा है।
कृषि अनुसंधान के मौसम वैज्ञानिक डा0 एन सुभाष ने बताया कि छोटे-छोटे पश्चिम विक्षोभ के कारण मौसम में यह परिवर्तन देखा जा रहा है। वहीं मंगलवार को यह तापमान 23 डिग्री तक पहुंच गया था। जो कि समान्य से 3 डिग्री अधिक बताया जा रहा है। वहीं न्यूनतम तापमान में भी जबरदस्त परिवर्तन देखा जा रहा है। न्यूनतम तापमान मंगलवार को 11ः5 डिग्री था जो कि अपने स्तर से 4 डिग्री अधिक था। आज बुधवार को सुबह न्यूनतम तापमान 11 डिग्री और अधिकतम तापमान 21 डिग्री रिकार्ड किया गया। दिन में इसके और अधिक बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। इस तापमान ने पिछले 15 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। पश्चिम उप्र के अन्य जिलों में भी बारिश के आसार बने हुए हैं। मेरठ के अलावा हापुड, गाजियाबाद, बुलंदशहर मुजफ्फरनगर,बागपत में भी बारिश हो रही है। आज सुबह 7 बजे तक सर्दी के साथ मेरठ वालों को शीत लहर का सामना भी करना पड़ रहा है। शहर में सुबह से ही भारी कोहरा है जिसकी वजह से ट्रैफिक प्रभावित हुआ है।
मौसम विभाग के डा0 एन सुभाष केे अनुसार बहुत घना कोहरा तब होता है जब दृश्यता 0 से 50 मीटर के बीच होती है। घना कोहरा तब माना जाता है जब दृश्यता 51 से 200 मीटर के बीच होती है। दृश्यता, 201 से 500 मीटर रहने पर बीच की मानी जाती है। उथला कोहना तब माना जाता है जब दृश्यता 501 से 1,000 मीटर तक होती है।
डा0 सुभाष ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से मेरठ और पश्चिम उप्र के तापमान लगातार अंतर आता जा रहा है। जनवरी में औसतन न्यूनतम तापमान पिछले 15 सालों में दूसरा सबसे अधिक तापमान था।
8 जनवरी से लोगों को ठंड के चलते परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। इस दौरान पश्चिम उप्र का तापमान और गिरेगा।