मेरठ दर्पण- एनवायरमेंट क्लब की ओर से एक राष्ट्रीय वेबीनार का आयोजन किया गया, जिसका विषय – ‘पर्यावरण संरक्षण में युवाओं का योगदान’ रहा। मुख्य अतिथि के रूप में पद्मभूषण एवं पद्मश्री से सम्मानित – डॉ अनिल प्रकाश जोशी मौजूद रहे। वेबीनार का संचालन पलक नामदेव ने किया और बताया कि एनवायरमेंट क्लब एक युवाओं का संगठन है, जिसमें पर्यावरण संरक्षण को प्राथमिकता दी जाती है पिछले 5 वर्षों से हम युवा साथी पर्यावरण/ प्रकृति संरक्षण और संवर्धन के लिए लोगों को जागरूक कर रहे हैं। मुख्य अतिथि एवं विभिन्न प्रदेशों से जुड़े प्रतिभागियों का स्वागत क्लब के सह- संस्थापक और सचिव – प्रतीक शर्मा ने किया। वेबीनार संचालिका ने बताया कि अनिल प्रकाश जोशी एक भारतीय पर्यावरण कार्यकर्ता, सामाजिक कार्यकर्ता, वनस्पति विज्ञानी और हिमालयी पर्यावरण अध्ययन और संरक्षण (हेस्को) के संस्थापक हैं, जो देहरादून स्थित एक गैर सरकारी संगठन है और कृषि क्षेत्र के लिए पर्यावरणीय रूप से स्थायी प्रौद्योगिकियों के विकास में शामिल है। पर्यावरण संरक्षण में अतुलनीय योगदान देने हेतु माननीय जोशी को भारत सरकार की ओर से वर्ष 2006 में पद्मश्री और वर्ष 2020 में पद्म भूषण से भी सम्मानित किया जा चुका है। मुख्य अतिथि अनिल जोशी ने कहा कि हम अपनी पृथ्वी मां के प्रति गंभीर नहीं है, आज वह समय है जब हमें गंभीरता से पृथ्वी के सहेजने पर कार्य करना होगा। पढ़े लिखे लोग भी प्रकृति और पर्यावरण के लिए सजग नहीं है, मानव पृथ्वी को नष्ट करने में तुला है जो एक आत्मघाती हमला जैसा है। उन्होंने कहा कि आज समय की मांग है कि युवा शक्ति पर्यावरण के लिए आगे आए क्योंकि जब पर्यावरण ही नहीं होगा तो हम कैसे जिएंगे। जोशी ने कहा कि पृथ्वी से छेड़छाड़ का परिणाम है कोरोनावायरस। हम बायोलॉजिकल वार की बात करते हैं, यह बहुत चिंता का विषय है क्योंकि किसी ना किसी रूप से यह हमारी प्रकृति पर प्रभाव डालता है। उन्होंने कहा कि हमारा देश इकोनॉमी पर बहुत ध्यान दे रहा है जबकि इस समय पर्यावरण पर ध्यान देना भी उतना ही जरूरी है जितना हम इकोनॉमी पर ध्यान दे रहे हैं। हमें जी.ई.पी (ग्रॉस एनवायरमेंट प्रोडक्ट) पर ध्यान देने की जरूरत है, युवाओं को पर्यावरण संरक्षण में योगदान हेतु अपील करते हुए उन्होंने कहा यदि हम कटते पेड़ और प्रकृति से खिलवाड़ के विरुद्ध आगे नहीं आए तो इस पृथ्वी पर मानव जीवन का अस्तित्व ही नहीं रहेगा। एनवायरमेंट क्लब के कार्यों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि मैं चाहता हूं कि यह युवा संगठन इसी प्रकार पर्यावरण को लेकर कार्य करता रहे क्योंकि आज हमें ऐसे युवा पर्यावरण कार्यकर्ताओं की जरूरत है। क्लब के संस्थापक सावन कनौजिया ने कहा कि प्रकृति रक्षति: रक्षिता: अर्थात यदि हम प्रकृति की रक्षा करेंगे तब ही प्रकृति हमारी रक्षा करेगी। आज ही वह समय है जब हमें जल, जंगल, जमीन को बचाने के बारे में सोचना है और ना केवल सोचना है इसके लिए मन लगाकर कार्य भी करना है। सावन ने अंत में सभी प्रतिभागियों का जुड़ने के लिए धन्यवाद किया और बताया कि वेबीनार में 11 प्रदेशों से प्रतिभागी जुड़े थे। साथ ही वेबीनार में डॉ के एन मोदी कॉलेज, मोदीनगर, गाजियाबाद के प्रधानाचार्य श्री सतीश चंद्र अग्रवाल मौजूद रहे।वेबीनार को सफल बनाने में सार्थक पराशर, पलक नामदेव, प्रतीक शर्मा, सावन कन्नौजिया, पायल शर्मा, विशाल राजपूत, आकाश आर्य, श्वेता तिवारी, आरजू छिल्लर का सहयोग रहा।
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