भाजपा नेता दुष्यंत रोहटा ने साथियों के साथ मौके पर पहुँचकर जताया कड़ा विरोध
मेरठ कंकरखेड़ा की तुलसी कॉलोनी में लोकेश भारद्वाज का परिवार रहता है जिनके 2 पुत्र हनी भारद्वाज और मणि भारद्वाज है माता का नाम नीलम भारद्वाज है 30 दिसंबर सुबह 4:00 बजे लंबी बीमारी के चलते लोकेश भारद्वाज की पत्नी नीलम भारद्वाज का देहांत हो गया जब अंतिम संस्कार की बात आई तो लोकेश भारद्वाज के दोनों पुत्रों ने अचानक ईसाई धर्म के पादरियों को घर बुला लिया और मकान को अंदर से बंद कर लिया। पिता ने अपने पुत्रों से हिंदू रीति रिवाज के अनुसार ही अपनी पत्नी का अंतिम संस्कार करने की बात कही तो दोनो बेटे अपने पिता को घर से बाहर निकालने पर उतारू हो गए। और अपने ही पिता को चुप रहने की धमकी देने लगे। पिता के कहने के बाद भी दोनों पुत्र बिल्कुल मानने को तैयार नहीं थे ब्राह्मण समाज में जब यह बात फैली तो स्थानीय किसी निवासी ने प्रकरण की जानकारी भाजपा नेता दुष्यंत रोहटा को दी जिसके बाद भाजपा नेता अपने साथी जयराज सिंह एडवोकेट, वैभव त्यागी, शिवांकुर बजरंगी, ओमवीर सिंह, नरेंद्र सिंह, रोशन लाल शास्त्री, बीड़ी कात्यान, आदि मौके पर पहुंचे और जबरन धर्मांतरण का कड़ा विरोध जताया भाजपा नेता दुष्यंत रोहटा ने इंस्पेक्टर कंकरखेड़ा तपेश्वर सागर को मामले की जानकारी दी जिसके बाद कंकरखेड़ा एसएसआई मनोज शर्मा, एस आई मुकेश कुमार, पुलिसकर्मी महिला कांस्टेबल तुरंत मौके पर पहुंचे और मामले की जानकारी ली। दुष्यंत रोहटा और महिला के दोनों पुत्रों के बीच काफी नोकझोंक हुई दुष्यंत रोहटा ने कड़े शब्दों में साफ-साफ कहा की किसी भी कीमत पर किसी भी मानव के अधिकारों का हनन नहीं होने देंगे अगर आपके पास धर्म परिवर्तन करने का कोई सबूत है तो दिखाइए वरना किसी भी सूरत में महिला के शव को दफनाया नहीं जाएगा जिसकी इजाजत हमारे देश का संविधान भी नहीं देता जब भाजपा नेता ने महिला के दोनों पुत्रों से क्रिश्चन होने का 32 मा प्रमाण पत्र मांग लिया तो दोनों पुत्रों को मानो सांप सूंघ गया हो जब महिला के पति लोकेश भारद्वाज से यह पूछा गया कि आप क्या चाहते हैं तो उन्होंने कहा कि मैं हिंदू रीति रिवाज के अनुसार ही अपनी पत्नी का अंतिम संस्कार चाहता हूं लेकिन मेरे दोनों पुत्र किसी क्रिश्चियन पादरी के चक्कर में पड़कर मेरी पत्नी नीलम भारद्वाज का अंतिम संस्कार ताबूत में रखकर उसको दफनाना चाहते हैं ऐसा सुनते ही मौके पर उपस्थित एसएसआई मनोज शर्मा और भाजपा नेता दुष्यंत रोहटा ने मकान के अंदर रखे ताबूत को बाहर निकलवाया और उसको टेंपो में रखकर वापस करा दिया उसके बाद पवन भारद्वाज ने कंकरखेड़ा क्षेत्र में स्थित श्मशान घाट से अंतिम क्रिया कर्म के लिए सभी सामग्री मंगाई गई और महिला का हिंदू रीति-रिवाज से अंतिम संस्कार किया गया। भाजपा नेता दुष्यंत रोहटा का कहना है कि क्षेत्र में अगर कोई भी आदमी किसी को जबरन धर्मांतरण कराएगा इस तरह की घटना में लिप्त पाया गया तो ऐसे असामाजिक तत्व को बख्शा नहीं जाएगा जिनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कानूनी कार्यवाही करवाई जाएगी