लखनऊ-समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से आज लखनऊ में अंतर्राष्ट्रीय हाॅकी खिलाड़ी शैलेन्द्र सिंह ने भेंट की। शैलेन्द्र सिंह के साथ जौनपुर भाजपा किसान मौर्चा के जिलाध्यक्ष विकास दुबे एवं अजय सिंह पूर्व जिलाध्यक्ष बसपा क्षेत्रीय भाईचारा समिति वाराणसी भी थे। शैलेन्द्र सिंह एवं उक्त दोनों भाजपा और बसपा के नेताओं ने श्री अखिलेश यादव के नेतृत्व में आस्था जताते हुए समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। इस अवसर पर चित्रकूट के पूर्व कुलपति श्री बी. पाण्डेय एवं आशुतोष मिश्र एडवोकेट उच्च न्यायालय भी उपस्थित थे।
अंतर्राष्ट्रीय हाॅकी खिलाड़ी शैलेन्द्र सिंह को दो बार गोल्ड मैडल आस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज 2011 में बैवरी आवार्ड एवं दिल्ली सरकार द्वारा सिंघम आवार्ड, चक दे इण्डिया फिल्म 2007 में रोल भी किया। 2006 में भारतीय महिला हाॅकी टीम के कोच रहे तथा वर्तमान में खेलों मास्टर्स गेम्स फाउण्डेशन इण्डिया के जनरल सेक्रेट्री की जिम्मेदारी भी निभा रहे है।
अखिलेश यादव ने शैलेन्द्र सिंह, विकास दुबे एवं अजय सिंह को विश्वास दिलाया कि समाजवादी पार्टी में आने पर उनको सम्मानजनक काम करने का अवसर मिलेगा। जिससे समाजवादी पार्टी को ताकत मिलेगी।
अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी सरकार में खिलाड़ियों, साहित्यकारों, लेखकों, अधिवक्ताओं, शिक्षकों, कलाकारों सहित विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाले विशिष्ट व्यक्तियों को यशभारती से सम्मानित किया गया था जिसमें ग्यारह लाख रूपये नगद दिए गए थे, साथ में पचास हजार रूपये सम्मान राशि प्रतिमाह दिये जाने की व्यवस्था की गयी थी जिसे भाजपा ने सत्ता में आते ही प्रतिमाह मिलने वाली राशि पर रोक लगा दी।
अखिलेश यादव ने कहा कि 2022 में समाजवादी सरकार बनते ही यशभारती सम्मानित विशिष्टजनों की पचास हजार की धनराशि फिर से चालू कर दी जायेगी। अखिलेश यादव ने कहा कि खिलाड़ियों को असुविधा और परेशानी उठानी पड़ती है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि अयोध्या के मजदूरी करने वाले रामानन्द निषाद की बेटी पूजा निषाद जो हाॅकी खिलाड़ी है रेलवे की नौकरी पाने की भागदौड़ में लगी रही लेकिन पक्षपात के कारण उसे नौकरी नहीं मिल सकी। अखिलेश यादव ने पूजा निषाद को भरोसा दिलाया कि समाजवादी सरकार बनने पर उन्हें सरकारी नौकरी अवश्य दी जायेगी।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकारों की नीतियों के कारण युवा पीढ़ी नौकरी की तलाश में जगह-जगह भटक रही है। कहां तो भाजपा सरकार का प्रतिवर्ष दो करोड़ नौकरी देने का वायदा था कहां छह वर्ष में 12 करोड़ नौकरी-रोजगार से बाहर हो गये हैं। भाजपा की आर्थिक नीतियां बेरोजगारों, किसानों, छोटे कारोबारियों के विरूद्ध है लेकिन बड़े उद्योगपतियों के पक्ष में योजनाएं बनायी जाती है। भाजपा सरकार के अंधेर के विरूद्ध सभी को एकजुट होकर इस सरकार को हटाने का संकल्प लेना चाहिए।
शैलेन्द्र सिंह ने आशा जतायी कि दोबारा 2022 में समाजवादी पार्टी सत्ता में आयेगी और अखिलेश यादव यूपी के मुख्यमंत्री बनेंगे। जिससे इस राज्य के लोगों को भला हो सकेगा। भाजपा सरकार ने धोखा किया है। बेकारी, गरीबी, बीमारी खेती की चर्चा बंद कर दी हैं। भाजपा सरकार में समस्याओं के समाधान की बात तो दूर-दूर तक नहीं। उन्होंने कहा कि 2022 में समाजवादी सरकार बनाने के लिए नौजवान और खिलाड़ी पूरी निष्ठा से काम करेंगे।