मेरठ में पहली बार किसी विद्यालय में शहीदी सप्ताह का आयोजन ऑनलाइन किया गया।
मेरठ- जहां एक तरफ हर कोई नव वर्ष के स्वागत की तैयारी में लगे हैं, वहीं द गुरुकुलम इंटरनेशनल स्कूल अपने वचन “सर्वश्रेष्ठ आधुनिक शिक्षा, संस्कारों के साथ”, को पूरा करने में जुटा हुआ है। इसी क्रम में विद्यालय ने अपने सभी विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों को दिसंबर के इस महीने के भारतीय इतिहास से परिचित कराया।
सभी विद्यार्थियों को सर्वप्रथम श्री गुरु गोबिंद सिंह जी और उनके चारों साहिबज़ादों तथा उनकी माता गूजरी जी के बलिदान के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।
इस जानकारी को देते समय बच्चों और अभिभावकों को चित्रों के माध्यम से भी उस समय के हालातों के बारे में बताया गया।
फिर एनिमेटेड चित्रों के माध्यम सभी विद्यार्थियों को पूरा वृतांतविस्तार से सुनाया गया।
लगभग एक घंटे चले इस सेशन में सभी विद्यार्थी तथा अभिभावक मंत्रमुग्ध हो अपने इतिहास से रूबरू होते रहे।
अभिभावक बोले “वाह, धन्यवाद द गुरुकुलम”
अपनी तरह की अनूठी पहल करने के लिये प्रसिद्ध द गुरुकुलम इंटरनेशनल स्कूल में जब बच्चों को इस तरह से इतिहास से रूबरू कराया गया, तो अभिभावक बोले वाह।
अभिभावकों ने कहा कि “यही तो हम चाहते हैं कि आधुनिक शिक्षा के साथ साथ बच्चो में संस्कारों का प्रवाह कराया जाए और भारतीय संस्कारों को शिक्षा के साथ समावेशित किया जाए।”
बच्चे बोले “थैंक यू टीचर्स”
बच्चों को पहली बार पता चला कि दिसम्बर के महीने में भारतीय इतिहास में क्या हुआ था। पहली बार चारों साहिबज़ादों के नाम पता चले, पहली बार गुरु गोबिंद सिंह जी की माता जी का नाम पता चला।
और जब सब कुछ ऐनिमेटेड चित्रों के साथ बताया गया तो उनके लिये वो एक जानकारी नहीं मनोरंजक सेशन रहा।
डायरेक्टर प्रिंसिपल कवल जीत सिंह ने बताया कि हमारे विद्यालय में प्रैक्टिकल लर्निंग पर ज़ोर दिया जाता है जिससे बच्चे आसानी से सीखते हैं और लंबे समय तक सीख हुआ याद रख पाते हैं।
इसी कारण शहीदी सप्ताह का इतिहास सभी विद्यार्थियों को ऐनिमेटेड फोटोज़ के माध्यम से बताया गया।
सेशन के अंत मे विद्यार्थियों को ऐतिहासिक मूवी “चार साहिबजादे” का लिंक शेयर किया गया और देखना निश्चित किया।