” साहित्य समाज का दर्पण ही नहीं बल्कि एक दीपक का भी काम करता हैं ” : डॉ अशोक मैत्रेय
मेरठ- साहित्य, कला व संस्कृति को समर्पित संस्थान ‘क्रान्तिधरा साहित्य अकादमी’ – मेरठ द्धारा तीन दिवसीय मेरठ लिटरेरी फेस्टिवल का ऑनलाइन आयोजन ‘टैन न्यूज़ चैनल’ के साथ मिलकर किया जा रहा हैं
आज आयोजन के तीसरे दिन समापन में प्रथम सत्र में पर्यावरण परिचर्चा आयोजित हुई जिसमे लोकेश शर्मा , पिनाकी दास गुप्ता , डॉ उमर सैफ , डॉ जितेन्द्र नागर और सिद्धिदात्री ओझा शामिल रहीं और विस्तार से जल , नदियों और वायु के प्रदूषण के समाधान पर चर्चा की गई इस सत्र संचालन संजय कश्यप द्धारा किया गया
आज तीन दिवसीय अंतराष्ट्रीय साहित्यिक आयोजन के समापन सत्र में अध्यक्षता डॉ अशोक मैत्रेय द्धारा की गई और मुख्य अतिथि के रूप में नेपाल से डॉ घनश्याम परिश्रमी रहे विशिष्ठ अतिथि के रूप में डॉ देवकीनंदन शर्मा , वरिष्ठ इतिहासकार डॉ अमित पाठक , हिंदुस्तानी भाषा अकादमी के अध्यक्ष सुधाकर पाठक , फिल्मकार डॉ अलोक सोनी , बैंगलोर से डॉ उषारानी राव समापन सत्र में मेरठ के डॉ ईश्वर चंद गंभीर , गीतकार सत्यपाल सत्यम , युवा कवि नितीश राजपूत , बृजराज किशोर राहगीर द्धारा काव्यपाठ किया गया , तीनो दिन के मुख्य संचालक डॉ रामगोपाल भारतीय रहे
तीन दिवसीय साहित्यिक कार्यक्रम के समापन सत्र में आयोजक डॉ विजय पंडित द्धारा अपने उद्बोधन में मुख्य आयोजक डॉ विजय पंडित ने बताया कि यह आयोजन “वसुधैव कुटुंबकम” और राष्ट्रीय विचारधारा की भावना के तहद मेरठ की सकारात्मक पहचान और मेरठ को क्रांतिधरा के साथ साथ साहित्यिक नगरी के रूप में साहित्य की माध्यम से देश दुनिया में एक नई पहचान बनाना चाहते हैं ।