सीएम के दिए निर्देशों के अनुसार अब केवल सूचना देकर कोविड प्रोटोकाल और गाइडलाइन के सभी निर्देशों का पालन करते हुए विवाह समारोह का आयोजन किया जाएगा। अब शादी समारोह में शामिल होने वाले निर्धारित लोगों की संख्या में बैंड बाजा या अन्य कर्मचारी शामिल नहीं माने जाएंगे। सीएम के ये निर्देश सभी जिलाधिकारियों को जारी कर दिए गए है। जिसमें गाइडलाइन के नाम पर उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं होने की बात कही गई है। सीएम ने कहा है कि अधिकारी लोगों को जागरूक करें और गाइडलाइन का पालन करने के लिए प्रोत्साहित करें। वहीं अब शादी-समारोह में बैंड बजाने, डीजे बजाने से रोकने वाले अधिकारियों व पुलिसकर्मियों पर कठोर कार्रवाई होगी।

मेरठ में पुलिस प्रशासन के खौफ में हुई शादियां :-
बुधवार को मेरठ में करीब एक हजार शादियां हुई। लेकिन शादियों में खुशियां कम और पुलिस प्रशासन का खौफ अधिक देखा गया। हालांकि मंडपों में भीड़ के प्रोटोकाल का पूरा पालन किया गया। लेकिन शादी के दौरान लड़का और लड़की वाले मेहमानों की संख्या ही गिनते नजर आए। गेट पर खड़ा व्यक्ति 100 से अधिक लोगों के मंडप में भीतर जाते ही अन्य की एंट्री बंद कर देता था। जब भीतर गए लोग बाहर निकल आते थे उसके बाद ही अन्य को भीतर जाने दिया जाता था।