हापुड। देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में कोरोना की रोकथाम के लिए योगी सरकार कड़े फैसले लेने से नहीं हिचकती है। सरकार के कड़े फैसलों के कारण ही देश में सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य होने के बावजूद वहां पर कोरोना की स्थिति उतनी नहीं बिगड़ी जितनी आशंका की जा रही थी बल्कि सरकारी प्रयासों और कार्रवाई से काफी हद तक इस पर काबू पाया गया। योगी सरकार ने एक और कड़ा फैसला लेते हुए हापुड़ जिले के गढ़मुक्तेश्वर में 25 से 30 नवम्बर तक लॉकडाउन लागू कर दिया गया है।
सूत्रों के अनुसार गढ़मुक्तेश्वर में 25 से 30 नवम्बर तक 6 दिनों के लिए लॉकडाउन लगा दिया गया है। यहां पर गढ़मुक्तेश्वर में कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान के लिए हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु जुटते हैं। इस बार कार्तिक पूर्णिमा 30 नवंबर को है। ऐसे में इस बार कोरोना संकट के दौरान भी यहां भारी भीड़ ना जुट जाए और लोगों में संक्रमण की आशंका बढ़ जाने से रोकने के लिए स्थानीय प्रशासन ने यह फैसला लिया है। इस दौरान यहां केवल शादी के लिए आने वाले वाहनों को छूट दी जाएगी।कोरोना की पृष्ठभूमि में इससे पहले गंगा स्थान पर लगने वाले मेला को प्रशासन द्वारा स्थगित किया जा चुका है। लोगों को एक स्थान पर जुटने से रोकने के लिए इसके बाद से पूरे हापुड़ जिले में धारा 144 लागू कर दी गई है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि इस दौरान दीप दान के लिये आने वालों को छूट दी जा सकती है। बताया जा रहा है कि गंगा स्नान के लिए यहां विभिन्न प्रदेशों से 50 लाख लोग आते हैं।
प्रशासन द्वारा लोगों को यहां पहुंचने से रोकने के लिए पश्चिम उत्तर प्रदेश के मेरठ, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, गाजियाबाद जैसे जिलों में स्नान करने के लिए आने वालों को रोकने के लिए पत्र भेजा गया है। इसके अलावा मेरठ, बुलंदशहर, नोएडा और गाजियाबाद की सीमा पर बेरिकेडिंग की जा रही है, जिससे भारी संख्या में श्रद्धालुओं के यहां पहुंचने से रोका जा सके।